We would firstly suggest you to go and learn Ras Panchak as this Aamyik Prayog trick and conclusion is completely based upon Ras Panchak ( Click here or on Ras Panchak to go to the post. )
So let’s start with Aamyik Prayog :-
M – Series :-
Ras Panchak | Aamyik Prayog |
MLUM | रसायन, वृष्य, शोथ, बल्य |
MLSM | ग्राही, वृष्य, रक्त पित्त, व्रण |
MGSM | वृष्य, बल्य, मूत्रल |
T – Series :-
Ras Panchak | Aamyik Prayog |
TGSM | विष, वृष्य, नेत्र हितकर, बल्य, रक्त विकार |
TGUK | विष, शोथ, रसायन |
TGUM | ज्वर, रसायन, त्रिदोष शामक |
TLSK | रक्त विकार, तृष्णा, दाह |
TLUK :-
As TLUK was the biggest part in Ras Panchak trick, so here also we have divided it on the basis of same trick :-
F2 | शोथ, पीनस |
N2 | ज्वर, कुष्ठ, विसर्प |
P3 | श्वास, शोथ, अरुचि |
V3 | अग्नि मंद, कृमि |
B6 | कुष्ठ, कास, ज्वर |
A6 | अग्नि मंद, पाचन, कास |
K6 | श्वास, ग्राही, कास |
S5 | अग्नि मंद, ग्राही, वात व्याधियां, व्रण |
T4 | अरुचि, श्वास, कास |
X4 | प्रमेह, शोथ |
K- Series :-
Ras Panchak | Aamyik Prayog |
KLUK | पाचक, कृमि |
KLUM | वृष्य, बल्य, स्तन्य जनन, मुत्रल, ग्राही |
KLSK | व्रण, रक्त विकार, विष |
Remaining :-
Only the above series of Ras Panchak contains more than one plant, as the remaining are single ones, so here we will let you know about the Specific use ( प्रधान कर्म ) of those plants.
#The first mentioned karm (underlined in the below table) is the Pradhan karm [प्रधान कर्म]
Ras Panchak | Plant Name | Prayoga |
MLAM | द्राक्षा | वात रक्त, कामला, बृहण |
KGUK | अदरक | पाचक, दीपक, रुचिकर |
KLAM | पीप्पली | श्वास, कास, प्रमेह, रसायन |
KLUM | शुण्ठी | विबंध, आम वात |
TLSM | मंदूकपर्णी | मेध्य, आयु कारक, रक्त विकार |
TLUM | भल्लातक | गुल्म, अर्श, ग्रहणी |
KLUK | विडंग | कृमि, बिबंध, गुल्म |
TRUK | सर्पगंधा | विष, उच्च रक्त चाप, श्वास |
TSSK | शंखपुष्पी | मेध्य, रसायन, स्मृति वर्धक |
TSUK | कुमकुम | शिर शूल, कृमि, व्यंदग, त्रिदोष शामक |
TTUK | ज्योतिष्मती | स्मृति, बुद्धि वर्धक, वामक |
MLSK | जंबू | संग्राही, व्रण, रक्त दोष |
MSUM | एरंड | भेदन, बल्य, वेदना स्थापन |
Now how to use above Aamyik-prayog. For this have a look at the disease and then add matra from our post ( Click Here for dosage post.) now let’s see a example to understand it :-
शुण्ठी ( As Shunthi is ushan veerya so dossage will be 1-3 gm ) – शुण्ठी 1-3 gm/ ½ tsp लेने से विबंध में लाभ होता है।
- संहिता ग्रंथो का अध्ययन करने पर उपर्युक्त उपयोग का काल भी मिलता है, जो कि भोजन से पूर्व बताया है। पर हम इस बात को पेपर में नहीं लिखेंगे तो भी चलेगा।
- बाकी जड़तर क्वाथ का समय सुबह होता है व चूर्ण का समय दिन में प्रायः 2 बार ।
Comment your views, also let us know what do you think about Dosh, Dhatu, Mala in relationship with detailed plants.
3 replies on “Aamyik Prayog | आमयिक प्रयोग – Made Easy Detailed Plants”
For वचा it’s katu rasa pradhan. Find some problems with trick. For exam it’s mandatory to write pradhan ras so some plant need to be rechecked.
Vacha is tikta katu according to Bhavparkash and Madanpal Nighantu
We made trick after intense checking and clarification
Link for vacha’s compartive review https://vaidyanamah.com/vacha/