किसी औषध-योग को बनाते समय उसमें पड़ने वाले किसी द्रव्य के न मिलने पर उसके स्थान पर उसके समान गुण-धर्मवाले या मिलते-जुलते गुण-धर्मवाले अन्य द्रव्य का उपयोग किया जाता है, इसे अभाव प्रतिनिधि द्रव्य कहा जाता है (substitute) ऐसा विधान आयुर्वेद शास्त्र के अनेक ग्रन्थों में वर्णित है।
इसके संदर्भ में आचार्य भाव प्रकाश ने अष्टवर्ग का वर्णन करते हुए कहा है यह औषधियां तोह राजाओं के लिए भी दुर्लभ है तो इनके प्रतिनिधि द्रव्यो का उपयोग करना चाहिए व इसके साथ साथ आचार्य ने षष्ठम मिश्रप्रकरणम् में प्रतिनिधि द्रव्यों का वर्णन किया है।
मेदाजीयककाकोलीास्धिद्वन्देशपि चासति । वरी विदार्यश्वगन्धावाराहींश्चक्रमात् क्षिपेत् ( Bh. Ni. Hartikiadi 143)
Need of Abhav Pratinidhi Dravya:-
- बहुत सारे द्रव्य हर समय हर जगह उपलब्ध नहीं हो सकते।
- बहुत सारे द्रव्य के वास्तविक स्वरूप को लेकर वैद्य समाज में बहुत सारे मतभेद है , अच्छी तरह से नहीं पता कोनसा द्रव्य है।
- बहुत से द्रव्य द्रव्य एसे है जो कि आजकल के समय में उपलब्ध नहीं है परंतु पहले उपलब्ध थे।
- योग बनते समय अधिक महंगे द्रव्य लेना हर एक के लिए संभव नहीं है तो प्रतिनिधि द्रव्य लिया जाता है।
Things to keep in Mind while Selecting Pratinidhi Dravya :-
- जिस योग में एक ही द्रव्य का उपयोग है उसमे प्रतिनिधि नहीं करते।
- जिस योग में एक से अधिक द्रवयो का उपयोग हो उसमे मुख्य द्रव्य को छोड़ कर अन्य सभी द्रव्य के स्थान पर प्रतिनिधि का उपयोग किया जाता है।
द्रव्य व उनके प्रतिनिधि :-
गौण द्रव्य | प्रतिनिधि द्रव्य |
अकरकरा | पीपल |
अखरोट | नोजा, चिरोंजी |
अगर | दालचीनी, लौंग, केशर |
अजमोद | अजवायन |
अतीस | नागरमोथा |
अदरक | सोंठ |
अनार | वृक्षाम्ल, इमली |
अनन्नास | सेव |
अफीम | खुरासानी अजवायन, कुचिला |
अभ्रक भस्म | लौह भस्म |
अम्लवेत | कोकम, चूके के पत्ते |
अरहर | मसूर |
आक का दूध | गोमूत्र |
आकाश बेल | आक के पीले पत्तों का रस |
आमा हल्दी | निशोथ, पित्तपापड़ा |
आलूबुखारा | बावची |
असगन्ध | इमली पकी |
ईख | कूठ (मीठा) |
इन्द्रजौ | नरसल |
इन्द्रायन फल | कुड़ा की छाल, जायफल |
इलायची छोटी | उसारे रेवन्द, कालादाना |
ईसबगोल | बड़ी इलायची, शीतल मिर्च |
उशवा | बिहदाना |
उन्नाव | चोपचीनी |
ऋद्धि-वृद्धि | लिसोड़ा, मुनक्का |
एलुवा | वाराहीकन्द, बला, महाबला |
कचूर | निशोथ (विरेचन में) |
कत्था | अदरक, अंजीर, कपूरकचरी |
कतीरा | खैरसार, गेरू |
कपूर | बबूल का गोंद |
चोक | सफेदचंदन, रक्तचन्दन, नागरमोथा, नेत्रबाला, |
तुलसी का रस | चोपचीनी, दन्तीमूल, कूठ |
कमलगट्टा | जंगली तुलसी (वन तुलसी) का रस |
कमलकेशर | आँवले के बीज |
कटेली छोटी | नागकेशर |
कटेली मूल | बड़ी कटेली, कूठ |
कलिहारी | नीम-पंचाङ्ग |
कलौंजी | कूठ कड़वा |
कटहल पका | स्याह जीरा |
कबीला | पका केला |
कस्तूरी | वाय बिडंग |
काकोली | जावित्री, शीतल मिर्च, मद्य (दारू), लताकस्तूरी |
किंव | असगन्ध, शतावरी, मुलेठी |
काला दाना | महुए का फूल |
काली मिर्च | इन्द्रायण की जड़ |
नील कमल | लौंग |
काला नमक | कुमुदनी |
काला अनन्तमूल | सांभर नमक |
काला (स्याह) जीरा | सफेद अनन्तमूल |
काली मुसली | सफेद जीरा |
कान्त लौह | सफेद मूसली |
काँजी | फौलाद |
कुलथी | नींबू का रस |
कुलिंजन | अलसी |
कुश | दालचीनी, शीतल मिर्च |
कूठ | कांस |
केवड़ा | अकरकरा, पुष्करमूल |
केसर | रक्तचन्दन |
कौंच का बीज | कुसुम-पुष्प (कसूमा), जावित्री |
क्षीर काकोली | उटंगन के बीज |
खैर छाल | शतावरी, विदारीकन्द |
खैरसार | नीम की अन्तरछाल, कत्था |
गजपीपल | कत्था |
गिलोय सत्व | पीपलामूल |
गाय का दूध | गिलोय धन |
गोखरू | बकरी का दूध |
गोपीचन्दन | ककड़ी-बीज |
चव्य | फिटकरी |
चित्रक मूल | गजपीपल, पीपलामूल |
चावल | दन्ती मूल |
चांदी भस्म | ज्वार |
चमेली के पत्ते | चांदी के वर्क, कान्तलौह भस्म, रौप्य-माक्षिक भस्म |
छोटी हरड़ | लौंग |
जवासा | आंवला |
जावित्री | धमासा |
जीरा | जायफल |
जीवक-ऋषभक | शतावरी, विदारीकन्द, वंशलोचन |
जैतून का तेल | एरण्ड तेल |
तगर | कूठ |
तालमखाना | ईसबगोल, सालम मिश्री |
तिल | अलसी |
दही | मट्ठा |
दारुहल्दी | हल्दी, आमाहल्दी |
द्राक्षा (मुनक्का) | खजूर, काश्मरी फल (गम्भारी फल), |
दूध | मूंग का जूस |
धाय के फूल | महुए के फूल (मधूक पुष्प) |
नख (नखी) | लौंग के फूल |
नकछिकनी | मैनफल, काली मिर्च, जायफल |
नागकेशर | कमल केसर |
निर्गुण्डी | तुलसी |
नेत्रबाला | नागरमोथा, खस |
नीलम भस्म | सुवर्ण भस्म |
निंबू का रस | चूका-रस, खट्टे अनार का रस, अन |
पञ्चक्षार | अपामार्ग क्षार |
पञ्च लवण | सेन्धा नमक |
पन्ना भस्म | प्रवाल भस्म |
पाठा | पाढल |
पारद भस्म | रस सिन्दूर |
पित्त | मांस को उबालकर निकाला रस |
पित्तपापड़ा | सनाय |
पिस्ता | बादाम |
पीपल | कालीमिर्च |
पीपलामूल | चित्रकमूल, जटामांसी पीपल |
पुखराज भस्म | अभ्रक भस्म |
बकरी का दूध | गाय का दूध |
बनप्सा | नील कमल |
बड़ी कटेली | छोटी कटेली |
बच | अमरबेल (मूर्वा), शीतल मिर्च, कुलिंजन, कूठ |
बहेड़ा | छोटी हरड़ |
बाबची | पवाड़ के बीज, कालीजीरी |
बादाम का तेल | खस-खस का तैल |
बिजोरे का रस | नारंगी का रस, जम्बीरी का रस, कागजी निम्बू का रस |
ब्रह्मांड | ऊंट कटेला |
ब्राह्मी | मण्डूकपर्णी |
भारङ्गी मूल | छोटी कटेली का मूल, तालीसपत्र |
भिलावा | चित्रक मूल (उष्णता के लिये), रक्त चन्दन (शीतलता के लिए) |
भैंस का दूध | भेंड़ का दूध, गाय का दूध |
मयूर शिखा | हरड़ |
मसूर | उड़द |
मद्य | आसव-अरिष्ट |
माणिक्य भस्म | चांदी भस्म |
मिश्री | चीनी अथवा बूरा, पुराना गुड़ |
मुलहठी | धाय के फूल |
मूली | शलगम |
मोती भस्म | मोती सीप की भस्म |
मोरेबेले (मूर्वा) | दालचीनी, मजीठ, पीपलामूल |
मेदा, महामेदा | शतावरी, असगन्ध, सारिवा |
मोलसरी फूल | नीलोफर |
मोलसरी छाल | बबूल छाल |
रसोत | दारुहल्दी |
रक्तचन्दन | नेत्रबाला |
रास्ना | कुलिंजन |
रोहितक छाल | लाख |
रौप्य माक्षिक भस्म | स्वर्णमाक्षिक भस्म, विमल भस्म |
लक्ष्मणामूल | मयूर शिखा, सफेद फूलवाली बड़ी या छोटी कटेली की जड़ |
लौंग | काली मिर्च |
लोध | कत्था |
लोबान | रूमी मस्तगी |
वाराही कन्द | बिदारी कन्द |
बिदारी कन्द | असगंध, शतावरी. सफेद मूसली |
विधारा | निशोथ दन्तीमूल |
वैडूर्य भस्म | जस्ता (यशद) भस्म, शुक्ति भस्म या पिष्टी |
शीतल मिर्च | जावित्री, चमेली के फूल, छोटी इलायची |
श्योनाक | कैडर्य (कृष्ण निम्ब) |
शहद (मधु) | पुराना गुड़ |
शिलाजीत | कलमी शोरा |
सत्यनाशी की जड़ | कूठ |
सफेद चन्दन | रक्तचन्दन, नेत्र बात |
सफेद मिर्च | काली मिर्च |
सफेद पुनर्नवा | लाल, पुनर्नवा |
सफेद अनन्तमूल | काला अनन्तमूल |
समुद्र नमक | सेन्धा नमक |
स्त्री का दूध | गाय का दूध, बकरी का दूध |
सुवर्ण भस्म | सुवर्ण का वर्क, स्वर्ण माक्षिक भस्म, लौह |
सुवर्ण माक्षिक भस्म | सोनागेरू, रौप्य माक्षिक भस्म |
सोंठ | अदरक |
सोआ | सौंफ |
सेंधा नमक | सांभर नमक, समुद्र नमक |
हरड़ | आंवला |
हीरा भस्म | वैक्रांत भस्म |