1. प्रवाल पिष्टी – best for calcium increment in human body
मात्रा और अनुपान-125-1000mg घी और मख्खन के साथ
2. हरश्रृंगार के फूल एवम् पत्ते – घुटनों में दर्द के लिए उत्तम
उपयोग विधी- गरम पानी में उबाल कर सेक करे
3. अविपत्तिकर चूर्ण- Used for acidity
मात्रा और अनुपान- 12gm with cold water/ coconut water / ghee and honey
4. आमलकी रसायन– use for vitamin C increment in patient
मात्रा और अनुपान- 5-10gm with hot milk
5. चिरौंजी के बीज और मूली के बीज– best for pimple cure
उपयोग- पीसकर कल्क बना लें फ़िर चेहरे पर प्रयोग करे
6.तरूणी कुमारकर चूर्ण– use to cure constipation
7. कामदुधा रस – use in super calcium increment in human body
मात्रा और अनुपान- 1.5gm (not more than this amount)
8. माणिक्य रस – blood purifier
मात्रा और अनुपान- 125mg शहद और अदरक या मधु और घी की विषम मात्रा के साथ लें
9. गिलोय के पत्ते पानी में उबाल कर केवल उसी पानी से स्नान करें – कुष्ठ रोगों में लाभकारी
10. अर्जुनारिष्ट– best for heart patient
मात्रा और अनुपान-take for 2-3 months with half glass of water
11. शिलाजीत कैप्सूल – ठंड कम करता है और सेक्सुअल पॉवर बढ़ाता है
मात्रा और अनुपान- 100mg -300mg with milk ghee or honey
12. खमीरा– increases oxygen rate
मात्रा और अनुपान- 3-6gm with milk
13. चोपचिनी चूर्ण – आमवात
मात्रा- 500mg-1gm
14.महावातविध्वंसचूर्ण– आमवात
मात्रा और अनुपान- 1-2 गोली दिन में 3 बार अदरक शहद के साथ
15.सौफ़ अर्क- पाचन कर्म
मात्रा-10-15ml 2times a day
15.अग्नितुंडी वटी – मंदाग्नि, अजीर्ण, आध्मान , शूलनाशक
मात्रा और अनुपान- 125-250mg गर्म जल के साथ
16. महाशंख वटी– best for indigestion and flatulence
मात्रा और अनुपान- 1-2 गोली भोजन के बाद गर्म जल के साथ
17.चित्रकादिवटी– best for indigestion and abdominal pain due to flatulence
मात्रा और अनुपान- 1/2 gm जल और मट्ठा के साथ
18.वसंतमालती – stomach and intestinal problen
मात्रा और अनुपान- 1-2 गोली पीपल का चूर्ण और शहद के साथ
19. मेदोहर गुगगुल– मेद को कम करता है चर्बी घटाता है
मात्रा और अनुपान- 500-1000mg दिन में दो बार गरम पानी के साथ
20.आरोग्यवर्धनी गुटिका – makes liver and intestine strong
मात्रा और अनुपान- 250-500mg with पुनर्नवा क्वाथ
21.अश्वगंधा चूर्ण – बल को बढ़ाता है , उत्तम वाजीकरण है।
मात्रा और अनुपान- 3-6gm दूध में मिलाकर
22. बिलाजिल– अतिसार एवम् प्रवाहिका को मिटाता है
मात्रा और अनुपान- 2 table spoon with hot water
23. नागार्जुन अभ्रक– for heart patients
मात्रा और अनुपान- 1-2 गोली or 125-250mg
24. योगेंद्र रस- kidney disorder and heart problems
मात्रा और अनुपान- 1-2 गोली एवम् रोगानुसार अनुपान
25. सर्पगंधा वटी– for insomnia, high BP
मात्रा और अनुपान- 300mg गाय के दूध के साथ रात्रि में
26.स्वर्ण गुगगुल– joint pain relief
मात्रा और अनुपान- 1-2 गोली दूध के साथ
27 अर्शोघ्नी वटी- best for haemorrhoids (piles) cure
मात्रा और अनुपान- 1-2 गोली भोजन के 1 घंटे बाद
28. सत् इसबगोल– कब्ज़ को मिटाता है
मात्रा और अनुपान- पानी के साथ सोने से पहले
29.पुनर्नवा अर्क- best for kidney disorder
मात्रा और अनुपान- 20-50ml with half cup of water
30.गर्भचिन्तामणि रस– गर्भिणी के दाह, प्रदर, वमन, अतिसार,अरुचि जैसे विकार नाश , प्रथम मास से सेवन करने पर गर्भस्थ शिशु को बल मिलता है
मात्रा और अनुपान- 1 गोली दूध/मधु के साथ दिन में 2 बार
32. बृहतवातचिन्तामणि रस- वात रोग शमन
मात्रा और अनुपान- 1 या 2 गोली दिन में 2 बार शहद और घी के साथ
33. हेम गर्भ- pulse rate slow
मात्रा और अनुपान- 500mg-1gm
34.कुमार कल्याण रस– सर्व बाल रोगहर ( कास, श्वास, वमन, क्षय) , बाल पक्षाघात, आक्षेप हर
मात्रा और अनुपान- आधा गोली, दूध/शहद/ मिश्री के साथ दे। पूरी उम्रवालों को एक गोली।
35. महालक्ष्मी विलास– प्रमेह , रक्तविकार, आम वात
मात्रा और अनुपान- 1 गोली दिन में 2 बार तुलसी और शहद के साथ
36.स्वर्ण भस्म- हृदय रोग, मधुमेह,उन्माद
मात्रा और अनुपान- 25-100mg with milk and honey
37. शिलाजत्वआदि वटी– वीर्य वर्धक एवम् मैथुन जन्य
मात्रा और अनुपान- 1 गोली दिन में 2 बार दूध के साथ
38. महानारायण तैल- उत्तम वात रोगनाशक (एकांग वात, अर्दित, पंगु, मन्यस्तंभ, हनु स्तंभ)
उपयोग – हल्का गुनगुना करके सुबह-शाम मालिश करें।