निदान :- प्रसूता स्त्रियों के स्नेहपान साठी चावल व मछली खाने से अधिक भोजन करने से विरूद्ध भोजन अजीर्ण भोजन करने से आक्रांत का समय :- अष्टांग संग्रह में 6 ठी रात को बालक की रक्षा विशेष रूप से करने को कहा है, बलि देकर रात्रि को बंधु बांधवों के साथ मिलकर जागरण करना चाहिए। […]
