आचार्य सुश्रुत ने बाह्य कारण से (Bahya roga) 2 प्रकार के लिंगनाश का वर्णन किया है। Quick Revision सनिमित्त नेत्र रोग सिर के अभिताप से उत्पन्न, अभिष्यंद समान लक्षण Optic neuritis- it is inflammation of optic nerve अनिमित्त नेत्र रोग देवता, ऋषि, गंधर्व, बडे़ सर्प को देखने से तथा प्रकाशवान पदार्थ देखने से दृष्टि नष्ट, […]
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Acharya Sushruta mentioned 12 disorders of Drishtigata (vision and lens) Roga, Main cause being is Abhishyanda. Which are as follows:- Trick to learn Drishtigata Roga :- दूरदर्शी नकुल की ह्रस्व व गंभीर दृष्टि थी। दूरदर्शी – धूमदर्शी नकुल – नकुलांध्य ह्रस्व – हस्वजाडय गंभीर – गंभारीका दृष्टि – पित्त व कफ विद्ध दृष्टि (2) 6 […]