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Immunity & Ayurveda | व्याधिक्षमत्व : The Key to a Healthy Life

व्याधिक्षमत्व or Immunity दो शब्दों से मिलकर बना है। ‘व्याधि‘ = विविधं दुःखमादधातीति व्याधि:।। (च० चि० 1/5); अर्थात् आयुर्वेद में दुख का नाम ही व्याधि है। ‘क्षमत्व’ का अर्थ होता है = बनाना, गुस्सा रोकना, चुप रहना, या लड़ना (अमरकोष) व्याधिक्षमत्व को सर्वप्रथम चक्रपाणि ने बताया है। व्याधिक्षमत्वं व्याधिबल विशेधित्वं व्याध्युत्पाद प्रतिवन्धकत्वमिति यावत् ।। (च० […]

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Swarn Prashan (स्वर्ण प्राशन) – Gold drops Immunity booster

स्वर्ण प्राशन (Swarn Prashan) का अर्थ है – स्वर्ण को चटाना। यह‌ कर्म नवजात शिशु में किया जाता है। स्वर्ण को जल के साथ खूब घिसकर चटाया जाता है। स्वर्ण बल्य, जीवनीय तथा ओजोवर्धक या रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला है परन्तु केवल एक दिन इसका प्रयोग करने से शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता नहीं […]

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Boosting Immunity of Infants ( Lehan karm / लेहन कर्म )

जैसे कि आधुनिक चिकित्सा की वैक्सिनेशन का विधान है उसी प्रकार आयुर्वेद में लेहन कर्म (Lehan karm) के अन्तर्गत आता है। आधुनिक व आयुर्वेद में केवल सिद्धांत का अंतर है आधुनिक जीवाणु को मानते है इसलिए वैक्सिनेशन के लिए वो मृत या फिर कमजोर जीवाणु को शरीर में डाले जाते है और इससे शरीर में […]