श्वास रोग व्याधि परिचय आचार्य चरक ने हिक्का तथा श्वास रोग में दोष, दूष्य तथा स्रोतस की समानता होने के कारण दोनों व्याधियों का एक साथ वर्णन किया है। आचार्य चरक मतानुसार यह गम्भीर प्राणनाशक व्याधि है। आचार्य चरक ने इस व्याधि को अरिष्ट लक्षण भी माना है। हिक्का तथा श्वास रोग की शीघ्र चिकित्सा […]