आयुर्वेद में न ही केवल ‘दर्शन’ शास्त्रों से प्रभावित हुआ है अपितु वह खुद भी एक मौलिक आस्तिक दर्शन भी है। आचार्य चरक ने इसी को प्रतिपादित भी किया है और कहा है कि आयुर्वेद का ज्ञान उसे ही देना चाहिए जिसकी ईश्वर में आस्था हो, उसके साथ साथ में आयुर्वेद को अथर्व वेद का […]