इस गुग्गुलु का निर्माण करने के लिए सात द्रव्यों का प्रयोग किया जाता है, अतः इसे सप्तांग गुग्गुलु ( Saptang Guggulu ) की संज्ञा दी गई है गुग्गुलुत्रिफलाव्योषैः समांशैराज्ययोजितैः । अक्षप्रमाणं गुटिकां खादेदेकामतन्द्रिः ॥ नाडी दुष्टवणं शूलमुदावर्त्त भगन्दरम् । गुल्मञ्च गुदजान्हन्यात्पक्षिराट् पन्नगानिव ॥ ( भाव प्रकाश मध्यम नाड़ी व्रण 49/30-31 ) सामग्री- शुद्ध गुग्गुलु (Commiphora […]
