सिन्दूरं मौक्तिकं हेम व्योमायो हेममाक्षिकम्।
कन्यारसेन सम्म कुर्यान्मुद्गमिता वटीः।।
वटिकां वटिकाद्ध वा वयोऽवस्थां विविच्य च।। (भै. र. बालरोग 71/119-120)
घटक द्रव्य :-
- रससिन्दूर – 1 भाग
- स्वर्ण भस्म – 1 भाग
- लौह भस्म – 1 भाग
- मुक्ता भस्म – 1 भाग
- अभ्रक भस्म -1 भाग
- स्वर्णमाक्षिक भस्म – 1 भाग
भावना द्रव्य– घृतकुमारी स्वरस – यथावश्यक
Trick to Learn :-
लक्ष्मण ने सोने के समान आभा वाली स्त्री को मोहित कर सिंदूर लगाकर कल्याण किया।
- लक्ष्मण – लौह भस्म
- सोने – स्वर्ण भस्म
- आभा – अभ्रक भस्म
- मोहित – मुक्ता भस्म
- सिंदूर – रस सिंदूर
- स्त्री – स्वर्ण मक्षिक भस्म
- कल्याण – कुमार कल्याण रस (Kumar Kalyan Ras)
सभी द्रव्य सम भाग में लेने है।
विधि, अनुपान व उपयोग :-
निर्माण विधि:- सभी द्रव्यों को एकत्र खर्च में डालकर घृतकुमारी स्वरस की भावना देकर मर्दन करके ½ – ½ रत्ती की गोलियां बनाकर सुखायें।
मात्रा:- 62 मि. ग्राम
अनुपानः– मधु, दूध मुख्य