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Ras Shastra Syllabus

Palanka (पालङ्क), Rudhir (रुधिर), Puttika (पुत्तिका) : Uses, Qualities

पालङ्क :-

  • कृष्णवर्ण का होता है।
  • श्वेत रेखा युक्त पाषाण
  • स्निग्ध, और मृदु
  • 3 प्रकार का-
  1. कृष्ण वर्ण
  2. पीताभकृष्ण वर्ण
  3. धूम्रवर्ण
  • पालङ्क (Palanka) धारण करने पर यश मिलता है।

रुधिर :-

  • यह इन्द्रगोप सदृश रक्तवर्ण का ।
  • अंदर का भाग चाँद जैसा श्वेतवर्ण और शेष चारों तरफ इन्द्रनील जैसे वर्ण का।
  • मूर्तियाँ बनाने के लिए शुद्ध रुधिर का प्रयोग होता है।
  • हीरे के समान सुंदर दिखता है।
  • इसे धारण करने पर ऐश्वर्य और कान्ति की वृद्धि।

पुत्तिका :-

  • पीला हरा, पन्ना केे वर्ण की तरह।
  • यह बहुत मुलायम और चमक युक्त होता है
  • इसे किसी रेशमी या सिल्क के कपड़े पर रगड़ने से चमक नष्ट हो जाती है।
  • परन्तु पन्ना को कपड़े पर रगड़ने से उसकी चमक खराब नही होती, वह और बढ़ जाती है।

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