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Ras Shastra Syllabus

Naagpashan | नागपाषाण : Serpentine – Cure of many diseases

Name:-

संस्कृतनागपाषाणः
हिन्दीजहरमोहरा
EnglishSerpentine
  • Relative Density= 2.5 – 2.8
  • Hardness= 2.5 – 4
  • Chemical Formula= H4Mg3 SiO2

परिचय:-

Naagpashan
Naagpashan
  • हरा, पीला और श्वेत मिश्रित वर्ण का चमकीला मृदु पाषाण है।
  • 2 – 4 इंच लम्बी चिपटी हल्की काली धार वाला चिकना पत्थर होता है।
  • पानी में डुबोने पर सूंघने से मिट्टी जैसी खुशबू आती है।
  • लघु और मृदु – श्रेष्ठ
  • अंगूरी रंग का जहरमोहरा (Naagpashan) – सर्वश्रेष्ठ

प्राप्ति स्थान :-

  • China
  • Nepal
  • Ladakh
  • Garhwal

Types:-

1. Serpentine / सर्पेण्टिन बिना रेशे का
2. Asbestos / ऐस्बेस्टॉसरेशेदार
3. Hornblende / हॉर्नब्लेणडरेशेदार

शोधन :-

इसकी शोधन की जरूरत नहीं होती।

जहरमोहरा पिष्टि:-

  • सूक्ष्म चूर्ण करके ➡ गुलाब जल से 3 दिन तक अच्छी तरह से घोटकर सुखाने पर पिष्टि तैयार हो जाती है।

गुण:-

  • रुक्ष, उष्ण
  • हृदय, यकृत को बल प्रदान करती है।
  • ओजवर्धक (Immunity Booster), विषहर।
  • अतिसार, वमन में लाभकर।

मात्रा:-

2 – 8 रत्ती

अनुपान:-

मधु, दूध, अर्कगुलाब ।

प्रमुख योग:-

  1. गोदन्ती मिश्रण
  2. बाल वटी
  3. मुक्तादि वटी
  4. जहरमोहरा पिष्टि

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