Name:-
संस्कृत | बदराशम |
हिन्दी | बेर पत्थर |
English | Silicate of Lime |
पर्याय:-
- बदराशम
- पाषाणबेर
- बदरी पाषाण
- अश्मभिद्
परिचय:-
- बदराशम (Badrasham) बड़े बेर की आकृति का खनिज पाषाण है।
- अण्डे जैसे लम्बगोल आकृति, 1 – 1 and 1/2 इंच लम्बा.
- मटमैले रंग का होता है और तोड़ने पर अदंर से श्वेत रंग का निकलता है।
- जल में बहुत जल्दी घुल जाता है।
- स्वाद रहित होता है।
प्राप्ति स्थान:-
अरब, सीरिया, मिस्र ।
शोधन:-
- आग में तपा तपाकर ➡ मूली स्वरस में 7 बार बुझाने से शुद्ध होता है।
मारण:-
शुद्ध बदराशम (Badrasham) को मूली स्वरस में ➡घोट कर टिकिया बनाकर ➡शराव सम्पुट कर ➡5 -7 गजपुट देने पर श्वेत वर्ण की भस्म हो जाती है।
बदराशम पिष्टि:-
शुद्ध बदराशम का सूक्ष्म चूर्ण ➡ सिमाक पत्थर के खल्व में 3 – 4 दिन तक ➡ गुलाब जल या अर्क चन्दन की भावना देकर मर्दन ➡ सूक्ष्म पिष्टि बन जाती है।
मात्रा:-
4 – 8 रत्ती
अनुपान :-
मधु, जल, दूध, मूली स्वरस, कदली कन्द स्वरस
गुण:-
- मूत्रकृच्छ्र, मूत्राघात नाशक
- पित्त शामक, वमन नाशक
- मूत्राश्मरी भेदक