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Agad Tantra Kaya Chikitsa Sushrut Samhita

Burns | अग्निदग्ध : जलने पर क्या करें, भेद, लक्षण व चिकित्सा

A burn is an injury to the skin or other organic tissue primarily caused by heat or due to radiation, radioactivity, electricity, friction or contact with chemicals. Skin injuries due to ultraviolet radiation, radioactivity, electricity or chemicals, as well as respiratory damage resulting from smoke inhalation, are also considered to be burns. अग्नि स्निग्ध अथवा […]

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Agad Tantra Kaya Chikitsa

Burn : Classification, Management, First-Aid, Treatment

A burn is an injury to the skin or other organic tissue primarily caused by heat or due to radiation, radioactivity, electricity, friction or contact with chemicals. Skin injuries due to ultraviolet radiation, radioactivity, electricity or chemicals, as well as respiratory damage resulting from smoke inhalation, are also considered to be burns. Causes of a […]

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Sushrut Samhita

Agnikarma | अग्निकर्म : Types, Procedure, Benefits, Uses

अग्नि के द्वारा किया गया कर्म अग्निकर्म (Agnikarma) कहलाता है। अग्निकर्म का महत्त्व / Importance of Agnikarma:- क्षारादग्निर्गरीयान् क्रियासु व्याख्यातः, तद्दग्धानां रोगाणामपुनर्भावाद्धेषजशस्त्रक्षारैरसाध्यानां तत्साध्यत्वाच्च ।। (सु. सू. अ. १२/३) दहन क्रियाओं में क्षार की अपेक्षा अग्नि उत्तम मानी गई है क्योंकि अग्नि से जले हुए रोगों की फिर से उत्पत्ति नहीं होती है। जो रोग औषध, […]

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Astang Hridya

Astang Ayurved | अष्टांग आयुर्वेद – 8 Branches of Ayurveda

आयुर्वेद के आठ अंगों को अष्टांग आयुर्वेद (Astang Ayurved) भी कहा जाता है। कायबालग्रहोर्ध्वाङ्गशल्यदंष्ट्राज़रावृषान् । अष्टावङ्गानि तस्याहुश्चिकित्सा येषु संश्रिता ।। (अ. हृ. सू १/५) काय चिकित्सा बाल चिकित्सा ग्रह चिकित्सा / भूत विद्या ऊर्ध्वजत्रुगत चिकित्सा / शालाक्य चिकित्सा शल्य चिकित्सा दंष्ट्रा चिकित्सा/ अगद / विष चिकित्सा जरा चिकित्सा / रसायन वृष्य / वाजीकरण तस्यायुर्वेदस्याङ्गान्यष्टौ, तद्यथा-कार्यचिकित्सा, […]

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Kumar Bhritya Practice

Swarn Prashan (स्वर्ण प्राशन) – Gold drops Immunity booster

स्वर्ण प्राशन (Swarn Prashan) का अर्थ है – स्वर्ण को चटाना। यह‌ कर्म नवजात शिशु में किया जाता है। स्वर्ण को जल के साथ खूब घिसकर चटाया जाता है। स्वर्ण बल्य, जीवनीय तथा ओजोवर्धक या रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला है परन्तु केवल एक दिन इसका प्रयोग करने से शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता नहीं […]

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Sanskrit

Shabdroop | शब्दरूप – Basics of Sanskrit Grammar

◾बालक (अकारान्त पुल्लिंग)– सभी पुल्लिंग संंज्ञाओं के शब्दरूप (Shabdroop) इसी तरह बनेंगे। उदाहरण- राम, सुर, असुर, मानव, गज, क्षत्रिय, छात्र, शिष्य, विद्यालय, वृृक्ष, सूर्य, अश्व, आदि। विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन प्रथमा बालकः बालकौ बालकाः द्वितीया बालकम् बालकौ बालकान् तृतीया बालकेन बालकाभ्याम् बालकैः चतुर्थी बालकाय बालकाभ्याम् बालकेभ्यः पञ्चमी बालकात् बालकाभ्याम् बालकेभ्यः षष्ठी बालकस्य बालकयोः बालकानाम् सप्तमी […]

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Gugulu

Vidangaadi Guggulu | विडङ्गादि गुग्गुलु – it’s Preparation and Uses

इस गुग्गुलु में वाय विडंग व गुग्गुलु के प्रधान होने के साथ, अन्य द्रव्योट के होने की वजह से इसका नाम आचार्यों ने विडङ्गादि गुग्गुलु ( Vidangaadi Guggulu ) रखा। विडङ्गत्रिफलाव्योषचूर्ण गुग्गुलुना समम्। सर्पिषा वटिकां कुर्यात्स्वादेद्वा हितभोजनः। दुष्टवणापचीमेहकुष्टनाडीविशोधनः (आरग्वधादिवर्तिः) आरग्वधनिशाकोलचूर्णाज्यक्षोद्रसंयुता। सूत्रवर्तिर्वणे योज्या शोधनी गति नाशिनी (गुग्गुल वादिलेपः) गुग्गुलुस्त्रिफलाव्योधैः समांशैश्षान्य-योजितः। नाडीदुष्टवणं चापि जयेदपि भगन्दरम्॥ ( बसव. […]

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Gugulu

Amrita Guggulu | अमृता गुग्गुलु – it’s preparation and uses

गुडूची (अमृता) व गुग्गुलु इस योग के मुख्य द्रव्य होने से इस योग को अमृता गुग्गुलु ( Amrita guggulu ) कहा जाता है। प्रस्थमेकं गुडुच्याश्च अर्द्प्रस्थं च गुग्गुलोः । प्रत्येकं त्रिफलायास्तु तत्प्रमाणं विनिर्दिशेत । सर्वमेकत्र सङ्कट्य क्वाथयेन्नल्वणेऽम्भसि ॥ पादशेषं परिस्ाव्य कषायं प्राहयेद्धिषक् । पुनः पर्चत्कयायन्तु यावत्सान्द्रत्वमागतम् ॥ दन्तीव्योषविडङ्गानि गुडूचीत्रिफलात्वचः ततःश्चान्द्धपलं चूर्णं गृहीयाच्च प्रतिप्रति ।।कर्षन्तु त्रिवृतायाश्च […]

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Gugulu

Saptang Guggulu | सप्ताङ्ग गुग्गुलु – its preparation and uses

इस गुग्गुलु का निर्माण करने के लिए सात द्रव्यों का प्रयोग किया जाता है, अतः इसे सप्तांग गुग्गुलु ( Saptang Guggulu ) की संज्ञा दी गई है गुग्गुलुत्रिफलाव्योषैः समांशैराज्ययोजितैः । अक्षप्रमाणं गुटिकां खादेदेकामतन्द्रिः ॥ नाडी दुष्टवणं शूलमुदावर्त्त भगन्दरम् । गुल्मञ्च गुदजान्हन्यात्पक्षिराट् पन्नगानिव ॥ ( भाव प्रकाश मध्यम नाड़ी व्रण 49/30-31 ) सामग्री- शुद्ध गुग्गुलु (Commiphora […]

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Samsharkra Guggulu | समशर्करा गुग्गुलु – Ingredients, Uses

इस योग में गुग्गुलु व शर्करा की मात्रा समान होने से इसे समशर्करा गुग्गुलु ( Samsharkra Guggulu ) की संज्ञा दी गई है। यावशूकसुरदारुसैन्यवं मुस्तकत्रुटिवचायमानिकाः । व्योषदीप्यकनिशाफलत्रिकं जीरकद्वयविडङ्गचित्रकम् ॥ कार्षिकं सुमसृणं सुयोजितं संयुतं पुरगलैश्च पञ्जभिः । शर्करां पुरसमां सुपेषयेतप्तसर्पिषि विनिक्षिपेत्तः ॥ वातरक्तमुदरं भगन्दरं प्लीहयक्ष्मविषमज्वरं गरम् । श्वित्रकुष्ठमखिलव्रणानयं चित्तविभ्रमगदांश्च दारुणान् ॥ गृध्रसीं च गुदजाग्निमन्दतांहन्ति कोष्ठजनितं महागदम् […]