According to the National Cancer Registry Programme of the India Council of Medical Research (ICMR), more than 1300 Indians die every day due to cancer (tumours). Today we will let you know about Gulm rog- it’s causes, types and Diagnosis according to Ayurveda. हृदय व नाभि के बीच में इधर – उधर हिलने डुलने वाली स्थिर, आकर में गोल, घटने […]
Category: Rog Nidan
In India, According to 2016’s Survey, the estimated prevalence of CVDs was estimated to be 54.5 million. One in 4 deaths in India are now because of CVDs with ischemic heart disease and stroke responsible for >80% of this burden. Today in this post, we will let you know about causes, diagnosis of cardiovascular disease (Hridya […]
Shool Nidan ( शूल निदान)
उत्पत्ति :- आचार्य हारित के अनुसार जब भगवान शिवजी ने कामदेव पर क्रोधित होकर उसका विनाश करने के लिए उस पर शूल (Shool) भेजा, फिर कामदेव ने अपनी तरफ़ आते हुए शूल को देख कर भय से व्याकुल होकर भगवान विष्णु के शरीर में प्रवेश कर लिया, फिर विष्णु की हुकार से मूर्छित होकर शूल […]
According to Allopathy Mutrakricha is known as Dysuria and is defined as a Symptom of pain, discomfort, or burning when urinating. Today we will cover Ayurvedic aspect regarding Dysuria (Mutrakricha Nidana). निदान :- अधिक व्यायाम करना तीक्ष्ण औषधि का सेवन अधिक मद्यपान करना रुक्ष आहार का सेवन आनुप देश प्राणियों का मांस खाना अध्यशन अजीर्ण […]
उत्पत्ति :- मूत्र के वेग को रोकने से प्रकूपित हुए वात आदि दोष वात कुंडलिका आदि 13 प्रकार के मुत्रघात (Mutraghat) उत्पन्न करते है। इस रोग में मूत्र मार्ग में रुकावट होने के कारण मूत्र नहीं निकल पाता परन्तु मूत्र निर्माण की क्रिया चलती रहती है और मूत्राशय भरकर फूल जाता है। According to modern, […]
अश्मरी (Ashmari) को आम तौर पर सामान्य भाषा में पथरी का नाम से विख्यात है, आधुनिक इसे Stone कहते हैं। इस रोग में अत्यन्त पीड़ा होने के कारण आचार्य मध्वकर ने अश्मरी की तुलना यमराज से की है और कहा है कि दोनों एक दूसरे के समान कष्टदायक होते हैं। यह भी कहा गया है, […]
ज्वर रोग : व्याधि परिचय आयुर्वेद के आचार्यों ने ज्वर (Jwar) को सबसे महत्त्वपूर्ण तथा प्रधान व्याधि माना ज्वर शब्द का प्रयोग रोग के पर्याय के अर्थ में भी किया गया है। ज्वर के प्रधान होने का एक मुख्य कारण यह भी है कि सभी प्राणियों में ज्वर जन्म से लेकर मृत्युपर्यन्त तक कभी न […]
श्वास रोग व्याधि परिचय आचार्य चरक ने हिक्का तथा श्वास रोग में दोष, दूष्य तथा स्रोतस की समानता होने के कारण दोनों व्याधियों का एक साथ वर्णन किया है। आचार्य चरक मतानुसार यह गम्भीर प्राणनाशक व्याधि है। आचार्य चरक ने इस व्याधि को अरिष्ट लक्षण भी माना है। हिक्का तथा श्वास रोग की शीघ्र चिकित्सा […]
Kaas Rog ( कास रोग ) : Cough
व्याधि परिचय कास एक स्वतन्त्र व्याधि है तथा विभिन्न व्याधियों का लक्षण भी है। श्वास हिक्का तथा कास तीनों व्याधियों के निदान एक ही है परन्तु इनकी सम्प्राप्ति भिन्न है। कास अनेक व्याधियों में निदानार्थकर रोग भी है यथा प्रतिश्याय से कास तथा कास से राजयक्ष्मा की उत्पत्ति हो सकती है। कण्ठगत उदान वायु की […]
HISTORY OF X-RAYS X-rays were discovered accidentally on the 8th of November 1895, by Wilhelm Conrad Roentgen. Roentgen was a German physicist from the University Wurzburg. He was engaged in studying the behavior of an electron beam as it passed through a vacuumized tube to strike a tungsten plate. To his surprise, he observed that, […]