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Charak Samhita Kaya Chikitsa Rog Nidan Shalay Tantra Sushrut Samhita

Shotha | शोथ : Symptoms, Treatment – Modern correlation

शोथ (Shotha) या ‘श्वयथ्‘ शब्द ‘टुओश्वि-गतिवृद्ध्योः‘ से ‘टुओ’ की इत्संज्ञा कर शिव से वृद्धि अर्थ में अथुच् प्रत्यय लगाने पर ‘श्वयथु‘ शब्द बनता है, जिसका अर्थ= बढ़ा हुआ होता है। शोथ किसे कहते हैं:- शोथ/Shotha (swelling/ oedema) के समान कारणों वाले जो ग्रन्थि, विद्रधि, अलजी आदि रोग हैं तथा जिनकी आकृतियाँ भी अनेक प्रकार की […]

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Astang Hridya Kaya Chikitsa Shalakya Tantra Shalay Tantra Sushrut Samhita

Oshtagata Roga | ओष्ठगत रोग : Diseases of lips – Treatment

ओष्ठगत रोग (Oshtagata Roga) दो शब्दों से मिलकर बना है: ओष्ठ – lips और रोग – disease; i.e diseases of lips. Let’s study each of the Oshtagata Rogas in detail with their treatment. ओष्ठगत रोग की संख्या:- “तत्रौष्ठप्रकोपा वातपित्तश्लेष्मसन्निपात रक्तमांसमेदोऽभिघातनिमिताः॥” (सु.नि. 16/ 5) ओष्ठगत (Oshtagata) 8 रोग होते हैं। वातिक (Cracked lips) पैत्तिक (Aphthous ulcer/ […]

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Shalay Tantra Sushrut Samhita

Pranasht Shalya / प्रनष्ट शल्य : According to Acharya Sushruta

जो बाहरी वस्तु शरीर के धातु में प्रवेश कर कहीं खो जाए या दिखाई ना दे, उसे ढूंढने के उपाय को प्रनष्ट शल्य (Pranasht Shalya) कहते हैं। शल्य क्या है ? “सर्व शरीर बांधकरं शल्यं।” (सु. सू. 26/5) अर्थात् सारे शरीर में जो पीड़ा पहुंचाए, उसे शल्य कहते हैं। जैसे- यदि भोजन भी जरूरत से […]