नाम:- संस्कृत गौरीपाषाण हिंदी संखिया English white arsenic or vitreous Botanical name Arsenious oxide Chemical formula:- As2 O3 Hardness:- 3-4 पर्याय:- शंखमूष,सम्बल,शंखविष,फेनाशम,मल्लक,सोमल,दारुमूषा। इतिहास:- सर्वप्रथम इसका उल्लेख सुश्रुत संहिता कल्पस्थान के अध्याय 1 में ‘फेनाश्म हरितालं च द्वे धातु विषे ‘ मिलता है। ●यह पारद के बन्धन आदि में उपयोगी होने से रसशास्त्र में साधारण वर्ग […]
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हिन्दी कबीला संस्कृत कम्पिल्लक लेटिन Mallotus philippinensis muell arg पर्याय:- कम्पिल्लक, रक्तचूर्णक, रेचन, कर्कश, रोचन, रक्ताङ्ग, चन्द्र। इतिहास- भारतीय चिकित्सा के प्राचीनतम ग्रन्थ चरक, सुश्रुत एवं अष्टांग हृदय आदि ग्रंथों में अनेक रोगों की चिकित्सा में प्रयोग करने का निर्देश है। रसशास्त्र के ग्रन्थों में साधारण रस वर्ग के अन्तर्गत वर्णन किया गया है इससे […]
Dowry death, injuries, Medicolegal importance, some case reports compiled in a pdf by a professor
Battered baby- syndrome, its causes, diagnosis and Medicolegal aspect along with case study and movies dealing with battered baby
रसक (Rasak) के नाम:- हिंदी खपरिया संस्कृत रसक English Zinc ore or Calamine Chemical formula:- Zn Co3 पर्याय :- रसक, रीतिकृत, ताम्ररंजक, नेत्ररोगरि, खर्पर। Types:- On the basis of रसार्णव:- मृतिकाकार गुडाभ पाषाणाभ On the basis of रसरत्नसमुच्चय:- दर्दुर : दलयुक्त करवेल्लक : दल रहित उपयोग :- यशद धातु प्राप्ति क लिए औषधि रूप में […]
चपल (Chapal) के नाम :- संस्कृत चपल: हिंदी चपल English Bismuth ore काठिन्य :- 2 – 2.5 विशिष्ट गुरुत्व :- 9.7 घनत्व :- 7.8 उत्पति :– पौराणिक मान्यता के अनुसार चपल (Chapal) ईश्वर के नासारंध्र का मल है। माक्षिक की खानों से इसकी प्राप्ति होती है। जहां पर नाग वंग उतपन्न होता है, वहां पर […]
सस्यक (Sasyak) के नाम:- संस्कृत सस्यक हिंदी तूतिया (तुत्थ) English Copper sulphate Chemical formula:- Cu So4 .7 H2 O पर्याय :- तुत्थ, ताम्रगर्भ, शिखिग्रीव, अमृतासंग, तुत्थक। उत्पत्ति :- गरुड़ ने पहले अमृत को पीने के बाद विष का भी पान किया, जिससे मरकत (नीलगिरि) पर्वत पर अमृत्युक्त विष का वमन कर दिया, कुछ समय के […]
विमल (Vimal) के नाम :- हिंदी विमल संस्कृत विमल English Iron pyrite Chemical Formula= Fe2 S3 काठिन्य (Hardness)= 6 – 6.5 विशिष्ट गुरुत्व= 5 – 5.2 प्राप्ति स्थान (Habitat):- आसाम, मद्रास, उड़ीसा, बंगाल, झारखण्ड तथा तापी नदी के समीप के पर्वतों से प्राप्त होता है। Types :- हेम विमल पीतवर्ण का हेमक्रिया हेतु श्रेष्ठतम रौप्य […]
नाम:- संस्कृत माक्षिक (स्वर्णमाक्षिकम्, रजतमक्षिकम्) हिंदी माक्षिक(सोनामाखी, रूपमाखी) English Pyrite(copper pyrite and iron pyrite) पर्याय:- सुवर्णमाक्षिक:- सुवर्णमाक्षिक,स्वर्णमाक्षिक,हेममाक्षिक,ताप्य, तापीज। रजतमाक्षिक:- रौप्यमाक्षिक,तारज,तारमाक्षिक, विमल,श्वेतमक्षिक। Habitat (प्राप्ति स्थान) – ताप्ती नदी,चीन,किरातदेश, भारत में झारखण्ड। types:- 2 1.स्वर्णमाक्षिक-(cu2S,fe2S3) copper pyrite or chelcopyrite 2.रौप्यमाक्षिक(fe2S3) iron pyrite On the basis of वर्ण — पीत वर्ण -(yellowish)- सुवर्णमाक्षिक शुक्लवर्ण- (whitish)रौप्यमाक्षिक रक्तवर्ण- (greyish)-कांस्यमाक्षिक According […]
AFTER READING NAVNEET VARG, READ TAIL VARG. नवनीत कर्म व गुण गाय गाय का मक्खन हितकारी, वृत्ति, वर्ण को श्रेष्ठ करने वाला बलकारक, अग्नि प्रदीपक और यही वात, पित्त, रक्त विकार क्षय बवासीर लकवा और स्वाति को नष्ट करता है। यह बालक और वृद्धों के लिए हितकारी है। बच्चों के लिए तो अमृत समान है। […]