सौवर्चल लवण | लवण | तीक्ष्ण,उष्ण | शंखवटी, चंदनबलाअबलारस,व्रज शार | कटु विपाकि,विशध ,रुचिकर,शूल ,अनाह, कृमिघ्न,गुल्म ,अजीर्ण,दीपन |
सैन्धव लवण | लवण | तीक्ष्ण | हींगवाशटिक चुर्ण, पिप्पली आदिचूर्ण,पिप्पलिमूलआदि चूर्ण | पित्त हर ,दीपन व पाचन ,नेत्ररोग, धातुओं की पुष्टी करना |
विड लवण | लवण | तीक्ष्ण,उष्ण | लवणभास्कर चूर्ण, चित्रकाअदि वटी, शंखवटी,पिप्पलिमूलआदि चूर्ण | तीक्ष्ण ,रूचिकर, दीपन ,उष्ण,गुल्म ,शूल ,पारद की जारना कर्म में |
औदिभेद लवण | लवण | शीत | _ | गुरु ,तीक्ष्ण ,स्निग्ध, वातनाशक,उतकलेशक,शीतवीरिओत्मक,तीक्त रसनात्मक |
समुद्र लवण | तिकत | शीत, मधुर विपाकी | समुदराआदि चुर्ण, चित्ररक आदिवटी,लवणभास्कर चुर्ण ,शंखवटी | रुचिकर ,दीपन कार्य, कफवर्धक ,वातघन |
रोमक लवण | लकण ,कटु ,तिक्त | तीक्ष्ण | शंखवटी,चित्ररकआदि वटी,पिप्पलिमूलआदि चूर्ण | तीक्ष्ण, लघु, अतिउष्ण,शुक्ष्म,कटुविपाकि,मूत्ररल,अर्श, कफवातनाशाक |
6 replies on “Lavan Vargha (लवण वर्ग) According to B.A.M.S.”
[…] रहित लहसुन लेकर तथा+लहसुन का 1/2 भाग सैंधव लवण […]
[…] Lavan is always found in dry state and being water soluble,so no such formulation is possible. […]
[…] सैंधव लवण […]
[…] सैंन्धव लवण […]
[…] मूल, चव्य, चित्रक, सोंठ, लघु पंच मूल, संधव लवन से सिद्ध घृत को मधु व शकरा के साथ सेवन […]
[…] सैंधव लवण […]