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Ras Shastra Tricks Yog ( Formulations )

Ramban Ras( रामबाण रस ) with Trick to Learn

पारदामृतलवङ्ग गन्धर्व भागयुग्ममरिचेन मिश्रितम्।
जातिकाफलमथार्द्धभागिकं तिन्तिडीफलरसेन मर्दितम्।।
मायमात्रमनुपानयोगतः सद्य एव जठराग्निदीपनः।
सङ्ग्रह ग्रहण कुम्भकर्ण सामवातखरदूषणं जयेत् ।
वह्निमान्द्यदशवक्त्रनाशनो रामबाण इति विश्रुतो रसः।।
(‘भै. र. अग्निमांद्य 10/90-92)

घटक द्रव्य :-

  1. शुद्ध पारद – 1 भाग
  2. शद्ध वत्सनाभ -1 भाग
  3. शुद्ध गन्धक – 1 भाग
  4. जायफल – ½ भाग
  5. लवङ्ग – 1 भाग
  6. मरिच – 2 भाग

भावना द्रव्य – तिंतिडीक फल रस (इमली) – यथावश्यक

Trick to Learn :-

परन्तु वत्स! काजल लव पर जान से अधिक मरती थी।

  • वत्स – शुद्ध वत्सनाभ
  • काजल – कज्जली ( पारद + गंधक )
  • लव – लावंग
  • जान – जयपाल
  • मरती – मरीच

उपयोग, मात्रा व निर्माण विधि :-

निर्माण विधि- सर्वप्रथम शुद्ध पारद एवं शुद्ध गन्धक की कज्जली बनाकर उसमें शेष द्रव्यों का सूक्ष्म चूर्ण मिलाकर तांत्रिक फल रस की भावना देकर मर्दन कर सुखाकर सुरक्षित रखें।

मात्रा:- 125-250 मि. ग्राम

अनुपान:- मधु, तिन्तिडीफल रस

मुख्य उपयोग:- ग्रहणी, आमवात, अग्निमांद्य।

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