Total of 9 Sandhigata ( disease based on joints ) are mentioned by Acharya Sushruta.
Trick to learn Sandhigata Rog:-
Dr. Anajali ने प्रवीण की ग्रंथि से पूय स्त्राव देखा तो उपनाह लगाया।
- Dr. Anjali – अलजी
- प्रवीण – पर्वणिका
- ग्रंथि – कृमिग्रंथि
- पूय – पूयलास
- स्त्राव – 4 प्रकार के स्त्राव
- पूयस्त्राव
- रक्त स्त्राव
- पित्त स्त्राव
- श्लेष्मा स्त्राव
- उपनाह – उपनाह
PUSPAK
- P – पूयलास
- U – उपनाह
- S – स्त्राव
- P – पर्वणिका
- A – अलजी
- K – कृमिग्रंथि
Quick Revision :-
पूयलास | शोथ, पाक, गाढा दुर्गंधयुक्त पूय, सुक्ष्म व्रण कनीनक संधि पर | वेध्य त्रिदोषज साध्य, रक्त मोक्षण, उपनाह, शोथ नाशक | acute dacrocystis – is an acute suppurative inflammation of lacrimal sac, characterised by presence of a painful swelling in sac region |
उपनाह | बडे आकार, न पकने वाली, कण्डु युक्त ग्रंथि, क्षार जैसा मल युक्त | भेदन कफज साध्य | Lacrimal cyst |
स्त्राव | वेदना रहित स्त्राव पूय – रक्त सहित दोष रक्त – गरम रक्त स्त्राव पित्त – पीले – नीले, बीच मे से स्त्राव श्लेष्म – श्वेत, गाढ़ा स्त्राव | असाध्य | Chronic dacrocystis – chronic suppurative inflammation of lacrimal sac as a result of obstruction of naso lacrimal duct |
पर्वणी | शुक्लकृष्णगत संधि, त्राम, पतला, गोल शोथ, मूंग बराबर पिडिका | छेदय रक्तज साध्य ( अर्म के समान चिकित्सा) | Phlyctenulas conjunctivitis – allergic reaction of conjunctiva caused by endogenous protein characterised by formation of bleb or nodule near limbus |
अलजी | कृष्णशुक्ल संधि शोफ | त्रिदोषज असाध्य | Phlyctenulas conjunctivitis |
कृमि ग्रंथि | वतर्मपक्ष संधि, ग्रंथि कण्डु, कृमि शुक्लमंडल खाते | भेदन कफज साध्य | Blepharitis – Chronic inflammation of lid margin |