सीता व कोशल्या ने बाहर आकर नाग को दूध पिलाया।
सीता – सिकता
व – व्योमाशम
कोशल्या – कौशेयाश्म
बाहर – बदराश्म
आकर – अकिक
नाग – नागपाषाण
दुध – दूधपाषाण
Sikta Vargha (सिकता वर्ग ):-
सिकता वर्ग | पर्याय | शोधन | मारण | मात्रा |
सिकता | सीता,वालूका,लेखानी | – | – | 3-6 ग्राम |
व्योमाशम | पिलुका,यासवा | अर्जुन तव्क क्वाथ/ गुलाब जल 21 बार | गुलाब अर्क और फिर 10 गजपुट | 1-4 रती |
कौशेयाश्म | रेशमी पत्थर | – | कुमारी स्वरस भावना फिर 5-8 गजपुट | 2-4 रती |
बदराश्म | बदरीपाषाण, बेर पत्थर पाषाण,हजरूल याहुद | मूली स्वरस 7 बार | मूली स्वरस मर्दन फिर 5-7 गजपुट | 4-8 रती |
अकिक | – | नींबू स्वरस 3 घंटे दौला यंत्र संवेदन | – | 2-4 रती |
नागपाषाण | जहर मोहरा | – | – | 2-8 रती |
दूधपाषाण | दुग्धी, दुग्धशिला,दुग्धपाषाणिका,दुग्धा,वज्राभ,क्षीरी, माधवी,शंख – जीरक | – | – | 1-2 रती |
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