Name :- संस्कृत मृगश्रृंङ्गम् हिन्दी हरिण सींग English Stag horn, Hart’s horn पर्याय :- मृगश्रृंङ्ग विषाण हरिण श्रृंङ्ग मृगविषाण ऐणश्रृङ्ग परिचय :- हरिण (बारहासिंघा) के शिर पर निकलने वाला सींग है। इसका सींग, मांस, चर्म प्राप्त करने के लिये शिकारी लोग शिकार कर या स्वयं मरने पर इसका सींग प्राप्त करते हैं। ग्राह्य मृगश्रृंङ्ग :- […]
Tag: Jangham dravya
Syllabus Meh 3 Jangham dravya diye hue hai, ushme se Mrigshring Ras Shastra meh bhi hai * In teeno ka ras panchak same hota hai (Katu- vipak , Ushan- virya, Dosh Karm- vaat kaff shamak, Ras- tikat, kashay) मृगश्रृंग (Mrigshring):- हिंदी नाम: संभर, बारह सिंगासंस्कृत नाम: श्रृंग, बहुश्रृंग, विषानEnglish name: Horn of stag गृह्य लक्षण […]
After reading Gorochan, visit Kasturi. गोरचन (Gorochan):- गोरचना रसे तिकाता उष्णविर्य च पचानी।हंति वातकफ पांडु कामाला शिवेत्रिय च ।। ( यादव जी)गोरोचना तू मंड्गल्या वन्घा गोरी च रोचना ।गोरोचना हिमा तिकाता वश्या मदलकंटिदा ।।विषालक्ष्मीग्रहोन्मादभ्रस्त्रवशतासुहत् । ( भाव प्रकाश कपूर आदि वर्ग) हिंदी नाम: गोरोचन (Gorochan)English name: Gall stone संस्कृत नाम: गोपित, गोरोचना, रोचना,गोरी, रोचाना, मधलया […]
After Reading Kasturi, visit Mrigshring. कस्तूरी (Kasturi):- कपिला, पिंगला, कृष्णा कस्तूरी त्रिविधा क्रमात।नेपालॆऽपि च कश्मीरॆ कामरूपॆ च जयते ।। ( राज नीघंटू) कस्तूरीका रसे तिकता कटु: शालेशमनिलापहा ।उषणा बलया तथा वृष्या शीतदोर्गंद्यानाशनी । ( यादव जी)मृग नाभिमृगमद: कथितास्तू सस्त्रभित् ।कस्तूरीका च कस्तूरी वेडमुख्या च सा समृता।। कामरूपॊद्धवा कृष्णा नेपाली नीलवर्णयुक् ।काश्मीर कपिलाच्छाया कस्तूरी त्रिविधा सामृता […]