मूत्रष्टक और क्षीराष्टक गण मूत्र के रस मूत्र के गुण दुग्ध के रस दुग्ध के गुण अवि तिक्त स्निग्ध पित अविरोधि मधुर,लवण अश्मरी नाशक अजा मधुर ,कषाय पथ्य,दोषनाशक कषाय ,मधुर रस ग्राही कर्म गो मधुर क्रिमी, कुष्ठ नाशक मधुर रस जीवनीय, बल्य महिष मधुर अर्श,शोफ,उदर रोग नाशक अधिक मधुर,शीतल निद्रकारक,अभिष्यंदी हथिनी लवण क्रिमी, कुष्ठ हितकर […]