लाक्षा व अन्य द्रव्यों के साथ गुग्गुलु के योग निर्माण के कारण इसे लाक्षादि गुग्गुलु ( Lakshadi Guggulu )संज्ञा दी जाती है। लाक्षाऽस्थिसंहृत्ककुभोऽश्वगन्धा चूर्णीकृता नागबला पुरश्च । सम्भग्नमुक्तास्थिरुजं निहन्यादङ्गानि कुर्यात्कुलिशोपमानि।। ( भाव प्रकाश मध्यम भग्न 48/34 ), ( भैषज्यरत्नावली ) ◾सामग्री- लाक्षा/ लाख (Laccifer lacca) हड़जोड़/ अस्थिसंहार (Cissus quadrangularis) अर्जुन की छाल (Terminalia arjuna) असगंध […]