Trick to learn Yonivyapad according to Charak:- अर्चणा को दोषों से दूर, महान कर्ण के समान पुत्र के लिए उधर वाम दिशा में रहने वाले रक्त षंड से दोनों प्रकार की (अत:, सूची मुख) लुता को अति शुष्क असृजा चराना है। अर्चणा – अचरणा दोषों – वातकी, पेत्तकी, कफजा, सन्निपात महान – महा योनि कर्ण […]