• SADHARAN RAS SANKHYA M 8 HOTE HAI. कंपिलाक ने गौरी व नवसादर का अग्नि में सिंदूर बनाकर कपड़े से छानकर ही मुख से संख बजाया। कंपिलक – कंपिलक गौरी – गौरीपाषाण नवसादर – नवसादर अग्नि – अग्निजार सिंदूर – गिरि सिंदूर कपड़े – कपर्द ही – हिंगूल मुख से संख – मृद्श्रृंग साधारण रस […]