There is a list of several Health Care Days celebrated throughout the world to honour various Health Care Professionals, educate people about various diseases, to stop critics regarding person with disease; so here is a list of various days :- Date Day 30 January Anti – Leprosy Day 4 February World Cancer Day 12 February […]
Month: May 2020
नाम:- संस्कृत ताम्र हिंदी तांबा English copper Latin cuprum Symbol Cu पर्याय:- ताम्र, शुल्व, म्लेच्छवक्त्र, नेपालीय, उदुम्बर, अम्बक उत्पत्ति :- ताम्र (Tamra) की उत्पत्ति “सूर्य” से हुई है। (रसकामधेनु) ताम्र के खनिज:- प्रकृति में ताम्र (Tamra) मुक्तावस्था एवं युक्तावस्था दोनों रूपों में प्राप्त होता है। मुक्त ताम्र अल्पमात्रा में अमेरिका एवं साइबेरिया आदि स्थानों पर […]
नाम:- संस्कृत रौप्य हिंदी चाँदी English Silver(Ag) Latin Argentinum Atomic number= 47 Atomic mass= 107. 88 पर्याय:- रुचिर, तार, सौध, शुभ्रक, चन्द्रहास, चन्दरलौह, चन्द्रमा। उत्पत्ति :- आयुर्वेद प्रकाश – त्रिपुरासुर वध के लिए क्रोधवशात् खुले शिव के तृतीय नेत्र के अश्रु बिन्दु से रजत (Rajat) की उत्पत्ति बताया है। पौराणिक मान्यता अनुसार चन्द्रमा के शुक्र […]
परिभाषा :- महीने-महीने में स्त्रियों के जो रज:स्राव होता है, उस समय वो स्त्रियाँ रज:स्वला कहलाती हैं। रज स्वला स्त्री को जिस प्रकार आहर विहार रखना चाहिए उसका विस्तार पूर्वक व्याख्यान हम इस चर्या में करेंगे। रज: स्वला स्त्री के करने योग्य एवम् त्याज्य कर्म आचार्य चरक द्वारा = रजोदर्शन के समय से लेकर तीन […]
नाम:- संस्कृत सुवर्णम् हिंदी सोना English Gold symbol Au पर्याय:- स्वर्ण, हिरण्य, कल्याण, अग्निवर्ण, हेम, कनक , कौन्त, हाटक, चामीकर, चाम्पेय। सुवर्ण उत्तपति:- जल के साथ अग्नि के मैथुन से जो अग्नि का वीर्यरक्षण हुआ, उसी से सुवर्ण कि उत्तपति हुई। शिव के स्खलित वीर्य का पान अग्नि देव ने किया, किन्तु असह्य होने के […]
** Many Plants depending on varieties have more than one kind of flower. For eg. Arka – Red and white, and both of these are in Syllabus too but from Exam point of view, we had included them in only one type of flower. This will reduce load too. Red :- पाटलिपुत्र में सालो पहले […]
आयुर्वेद का मुख्य प्रयोजन – “स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा एवम् रोगी के रोग का निवारण करना“ इस मुख्य प्रयोजन की सफलता पूर्वक पूरा होने के लिक विभिन्न चर्या का वर्णन आचार्यों ने किया है चर्या का अर्थ होता है आचरण यानि आहार, विहार जो की इस लोक में ही नहीं परलोक में भी […]
धातु (Metal)
निरुक्ति:- “वलीपलितखालित्य कार्श्याबल्यजरामयान्। निवार्य दधते देहं नृणां तद्धातवो मताः।।” (आ. प्र. 3/2) अर्थात जिसके सेवन से शरीर में बली (झुर्रियां) पलित (बालों का सफेद होना), खालित्य (गंजापन), कृशता, निर्बलता, वृद्धावस्था और रोग नष्ट हो अथवा इन रोगों का नाश करके आरोग्यपूर्वक शरीर को धारण करें, उसे धातु कहते हैं। Nowadays , लौह एवं धातु दोनों […]
पारद के 25 बंध (Parad bandh) का वर्णन आयुर्वेद संहिताओं में मिलता है और उसके अलावा एक विशेष जलुका बंध जो की केवल स्त्री के उपयोग के लिए होता है। आज हम इसे याद करने के लिए ट्रिक बताएंगे जो कि इस प्रकार है :- Trick to Learn :- कल महान काजल दत्त और श्रृंखला […]
(Measures indicated for Embryo & Pregnant lady) पुत्रेष्टियज्ञ का पूर्वकर्म (Measures to be Adopted for Procuring Male Child) आचार्य चरक के अनुसार यदि स्त्री यह अभिलाषा रखती हो कि उसका पुत्र विशालकाय, गौरवर्ण, सिंह जितना ताकतवर, ओजस्वी, पवित्रात्मा और अच्छे मन का हो तो – रजोधर्म के चौथे दिन शुद्ध स्नान के दिन से ही […]