Categories
Yog ( Formulations )

Bheem Rudra Ras (भीमरुद्र रस ) : Medicine

AFTER READING BHEEM RUDRA RAS, READ PRABHAVATI VATIKA.

मृतं स्वर्ण शुद्धसूतं शुद्धं वै हेममाक्षिकम्। त्रयाणां गन्धकं तुल्यं मधु कन्याद्रवैर्दिनम्। तच्छुष्कं ससितक्षौद्रं माषैकं लेहयेत्सदा। बह्निमूलं शृतं क्षीरैरनुस्थाद्रनाशनम्॥

Bheem rudra ras
Bheem rudra ras

Ingredients :- मृत स्वर्ण (1 भाग) , शुद्ध पारद (1 भाग), शुद्ध स्वर्ण माक्षिक (1 भाग), गंधक शुद्ध (3 भाग)

Bhawna Dravya :- घृत कुमारी स्वरस

Vidhi :- पारद और गंधक की सर्व प्रथम कज्जली बनाए उसके बाद में स्वर्ण और स्वर्ण माक्षिक का चूर्ण / भस्म मिला दे। उसके बाद में घृत कुमारी का स्वरस की भावना देकर 1 दिन तक मर्दन करे उसके बाद में इसके सुखा दे।

मात्रा और अनुपान :- 1 माशा ( 125 mg ) with मधु व मिश्री के साथ चत्वाते है।

उपयोग / Upyog :- सर्व प्रकार के विष रोग

साथ में औषधि उपयोग :- चित्रक मूल का क्वाथ से क्षीर पाक करवाने से उद्गार का नाश हाे जाता है।

Reference :- बसवराजीयम् 23 प्रकरणम्

One reply on “Bheem Rudra Ras (भीमरुद्र रस ) : Medicine”

Leave a Reply