Their are total 148 non detailed plants in B.A.M.S. syllabus but it’s hard to remember them with our trick you can easily learn them.
Category: Dravya Guna
Botanical name- Ocimum Sanctum Family- Lamiaceae English name- Holy basil हिन्दी – तुलसी, वृंदा तेलेगु – गग्गेर चेट्टू तमिल – तुलशी अरबी – दोहश Understanding Tulsi Types in Nighantus :- Comparitive Review Name :- Name Madanpal Dhanvantri Raj Kaidev Chandu Bhav Prakash तुलसी * * * * * सुरसा * * * * * गौरी […]
Botanical name- Tinospora cordifolia Family- Menispermaceae हिंदी – गिलोय, गुरूच, गुडुची उड़िया – गुलंचा कन्नड़ – अमृतवल्ली, युगानी वल्ली गुजराती – गुलवेल तमिल – अमृदवल्ली Comparitive Review Name :- Name Madanpal Dhanvantri Raj Nighantu Kaidev Bhav Prakash गुडूची * * * * * कुण्डली * * * * * छिन्ना * * * * * […]
Botanical name- Withania somnifera Family– Solanaceae English name- Winter cherry संस्कृत – वराहकर्णी, वरदा, बलदा, कुष्ठगंधिनी हिंदी – असगंध, पुनीर, नागोरी असगंध तमिल – चुवदिग, अमुक्किरा, अमकुलंग तेलुगू – आंड्रा कन्नड़ – अमन गुरा Classical Mentions :- चरक संहिता – बल्य, बृहंण, मधुर स्कंदभाव प्रकाश निघंटु – गुडूचयादि वर्गमदनपाल निघंटु – अभयादि वर्गधनवंत्रि निघंटु – […]
Botanical Name :- Piper longumFamily Name :- Piperaceae Verniculer Names :- हिंदी :- पीपली, पीपर उर्दू :- पिपल उड़िया :- बैदेही कोंकणी :- पीपली कन्नड़ :- हिप्पलीगुजराती :- पीपर, पिपरिमूलतेलुगु :- पिप्पलु तमिल :- तिपिली, पिप्पाली, Foreign Names :- English :- Indian long pepper, Dried catkins Arabian :- Darfulful, DalfilfilRoman :- Filfil daraz, Pipal daraz […]
AFTER READING NAVNEET VARG, READ TAIL VARG. नवनीत कर्म व गुण गाय गाय का मक्खन हितकारी, वृत्ति, वर्ण को श्रेष्ठ करने वाला बलकारक, अग्नि प्रदीपक और यही वात, पित्त, रक्त विकार क्षय बवासीर लकवा और स्वाति को नष्ट करता है। यह बालक और वृद्धों के लिए हितकारी है। बच्चों के लिए तो अमृत समान है। […]
इसमें शूक धान्य (Shukh Dhanya) और शमी धान्य (Shami Dhanya) का वर्णन दिया गया है। शूकधान्यवर्ग (Shukh Dhanya) :- महाशालि कलम (जो उखाड़ कर पुनः प्रतिरोपित जाता है, जैसे रोपा धान) शकुनाहृत तूर्णक दीर्घशूक गौर धान्य (गौरिया) पाण्डुक,पाल सुगन्धिक (बासमती) लोहवाल सारिका प्रमोदक पतंग तथा जपनीय रक्तशाली (लाल धान) ● ये सभी प्रकार के चावल […]
Phal vargha ( फलवर्गः )
तष्णादाहज्वरश्वासरक्तपित्तक्षतक्षयान्। वातपित्तमुदावर्त स्वरभेदं मदात्ययम् ।। १२५ ।।तिक्तास्यतामास्यशोषं कासं चाशु व्यपोहति। मट्टीका वाणी वृष्या मधुरा स्निग्ध शीतला || फल रस/गुण/कर्म 1.मुनक्का प्यास, दाह, ज्वर, श्वास, रक्तपित्त, उर क्षत, राजयक्ष्मा, वातविकार, पित्तविकार, दावत, स्वरभेद, मदात्यय, मुख का तीता होना, मुख का सूखना और खाँसी को शीघ्र दूर करता है।बबण, वीर्यवर्धक, रस में मधुर, स्निग्ध और शीतवीर्य होता […]
Tail Vargha ( तैल वर्ग )
तैल वर्ग आयुर्वेद में अन्य द्रव्यों की तरह तैलप्रधान वानस्पति के द्रव्यों के तैल का भी विशेष उपयोग बताया गया है। व्याधिनाशक अनेक प्रकार के सिद्ध तैल तैयार किये जाते है तथा दैनिक जीवन में आहार उपयोगी तेल का आहार मे प्रयोग भी किया जाता है। प्रयोग में लाये जानेवाले तेल के ज्ञान की आवश्यकता […]
AFTER READING DRUGS, VISIT TAIL VARG. **THIS POST IS JUST FOR NOTES NEEDED DURING EXAM TIME, FOR DETAILED ASPECT, VISIT EACH ARTICLE INDIVIDUALLY. • Antidiarrheal : Treatment of motion of stool three or more watery stool in 24hrs or excess of water in feaces. Eg. ORS, Pectin, Loperamide. • Antiemetic : Drugs are used to […]