परिभाषा:- पारद में गन्धक के संयोग से अथवा गंध के बिना ही निश्चित रूप से व्याधिनाश की शक्ति उत्पन्न करने की प्रक्रिया को मूर्च्छना कहते है। ◆पारद में निश्चित रूप से व्याधिनाशक शक्ति का आधान करने को ही मूर्च्छना कहते है। Types of murchna:- 2 प्रकार से – १.सगन्ध मूर्च्छना २.निर्गन्ध मूर्च्छना ★सगन्ध मूर्च्छना 3 […]
Category: Ras Shastra
नाम:- हिन्दी अम्बर संस्कृत अग्निजार English Ambergis पर्याय:- अग्निगर्भ, अग्निनिर्यास, अग्निज, वह्निजार, सिन्धुफला। परिचयः– अग्निजार स्पर्म वेल मछली की आंतों में स्रवित होने वाला मोम सदृश द्रव्य है। ●ताजा अम्बर दुर्गन्ध युक्त होता है, लेकिन सूखने पर सुगन्ध युक्त हो जाता है। ●यह अग्नि नामक मछली समुद्र में उद्भूत एक घास विशेष को खा जाती […]
नाम:- हिन्दी कौड़ी संस्कृत कपर्द English cowries or marine shell पर्याय :- वराटक, वराट, वराटिका, वराटी,कपर्द, कपर्दी, चराचर , चर ,। परिचयः– वराटिका ‘मोलस्का’ (Moluska) जाति के समुद्री प्राणी का बाहरी एवं पृष्ठ भाग (कवच) है। ●इस कवच के अन्दर मोलस्का वर्ग का प्राणी पलता है। यह समुद्रों एवं बड़े जलाशयों में प्राप्त होता है। […]
नाम:- संस्कृत नवसदरः हिन्दी नौसादर English ammonium salt Chemical name:- Ammonium chloride (NH4 Cl) पर्याय:- नवसार, नवसादर, नृसार, चुल्लिका लवण,नरसादर, चूलिका लवण। परिचयः– ◆करीर और पीलू वृक्षों के काष्ठों को जलाने पर जो क्षार पाल होता है। अथवा ईंटों को जलाने पर जो पीला सा सफेद और हल्का लवण प्राप्त होता है। उसको नौसादर तथा […]
नाम:- संस्कृत गौरीपाषाण हिंदी संखिया English white arsenic or vitreous Botanical name Arsenious oxide Chemical formula:- As2 O3 Hardness:- 3-4 पर्याय:- शंखमूष,सम्बल,शंखविष,फेनाशम,मल्लक,सोमल,दारुमूषा। इतिहास:- सर्वप्रथम इसका उल्लेख सुश्रुत संहिता कल्पस्थान के अध्याय 1 में ‘फेनाश्म हरितालं च द्वे धातु विषे ‘ मिलता है। ●यह पारद के बन्धन आदि में उपयोगी होने से रसशास्त्र में साधारण वर्ग […]
हिन्दी कबीला संस्कृत कम्पिल्लक लेटिन Mallotus philippinensis muell arg पर्याय:- कम्पिल्लक, रक्तचूर्णक, रेचन, कर्कश, रोचन, रक्ताङ्ग, चन्द्र। इतिहास- भारतीय चिकित्सा के प्राचीनतम ग्रन्थ चरक, सुश्रुत एवं अष्टांग हृदय आदि ग्रंथों में अनेक रोगों की चिकित्सा में प्रयोग करने का निर्देश है। रसशास्त्र के ग्रन्थों में साधारण रस वर्ग के अन्तर्गत वर्णन किया गया है इससे […]
परिभाषा— पारद में गालन, पातन आदि प्रक्रियाओं के बिना ही बालुका यन्त्र, जारणा यन्त्र आदि यंत्रों के द्वारा गन्धक, अभ्रक, माक्षिक, स्वर्ण, रत्न, आदि द्रव्यों का जारण करने के पश्चात भी पारद के भार या स्वरूप में कोई परिवर्तन नहीं हो, उसे जारणा (Jarana) कहते हैं। Types:- जारणा ⬇ 1)भूचरी 2) खेचरी (रत्नों का जारण) […]
नाम:- संस्कृत कड्कुष्ठम् हिंदी कंकुष्ठ english Gambose tree (ruhbarb) latin Garcinia morella पर्याय:- तालकुष्ठ, रेचक, हेमवती, काककंकुष्ठ। Habitat:- Singapore, Malaysia, Indonesia. Types:- 2 प्रकार:- (1) नलिका कंकुष्ठ (2) रेणुक कंकुष्ठ (1) नलिका कंकुष्ठः– पीतवर्ण, चमकदार, स्निग्ध, भारी श्रेष्ठ होता है। (2) रेणुक कंकुष्ठः– यह श्यामपीतवर्ण, लघु, नि:सत्व एवं अनुपयोगी होता है। कंकुष्ठ शोधनः- कंकुष्ठ में […]
नाम:- संस्कृत अञ्जनम् हिंदी अञ्जन english collyrium पर्याय:- मेचक, लोचक, अञ्जन। सौवीराञ्जनः- कृष्णाञ्जन, सौवीर, सुवीरज, कालाञ्जन। स्रोतोञ्जनः- स्रोतोज, यामुनेय, यामुन/। नीलाञ्जन- लौहमार्दवकर, वारिसम्भव, शक्रभूमिज, सुवर्ण घ्न। पुष्पाञ्जनः- कुसुमाञ्जन, कौस्तुभ, रीतिपुष्पक, पुष्यकेतु, रीतिज। रसाञ्जनः- दावीक्वाथभव, बालभैषज्य, रसोद्भव, रसगर्भ, रसाग्रज। अञ्जन प्राप्ति स्थान: (1) सौवीराञ्जन:- झारखण्ड के सिंहभूमि जिला। (2) स्रोतोञ्जन:- अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बोर्नियो, मसाला, नेपाल, भारत […]
नाम:- ससंस्कृत मनःशिला हिंदी मैनसिल english red arsenic or realgar Chemical formula:- As2S2 (arsenic disulphide) काठिन्य- 1.5-2 पर्याय:- मनःशिला, रोग शिला, शिला, नेपाली, मनोज गुप्ता, मनोज्ञा, मनोद्धा, नागजिद्धिका, ●कुनटी, ●कुलटी, गोला, नागमाता, कल्याणिका और रसनेत्रिका। प्राप्ति स्थान- नेपाल, चीन, भारत के कुमाऊँ एवं चित्राल क्षेत्र, स्पेन एवं यूनान में। Types:- रसरत्नसमुच्चय कार ने मनःशिला के […]