Name :-
संस्कृत | गोमेदम् |
हिन्दी | गोमेद |
English | Cinnamon stone, Zircon |
- Hardness= 7.5
- Relative Density= 4.65 – 4.71
- Chemical Formula= ZrSi O4
पर्याय :-
- गोमेदक
- गोमेद
- राहुरत्न
- तमोमणि
- पिङ्गस्फ्टिक
परिचय:-
- गाय का मेद जैसा और गोमूत्र के जैसा रंग होने के कारण इसका नाम – गोमेद (Gomed)
- पार दर्शक, मधु जैसा वर्ण
- स्निग्ध, पीतरक्त वर्ण।
- राहु ग्रह को प्रसन्न करते हैं।
प्राप्ति स्थान:-
- Russia
- Sri lanka
- Bihar
- Tamil Nadu
- Kerala
- Uttar pradesh
Types :-
1. श्वेतताभ | ब्राह्मण |
2. रक्ताभ पीत | क्षत्रिय |
3. पीत | वैश्य |
4. कृषणाभ पीत | शूद्र |
ग्राह्य गोमेद:-
- स्वच्छ
- गोमूत्र सदृश वर्ण
- स्निग्ध
- समान आकार
- निर्मल
- भारी
- कोमल
- चमकयुक्त
- दलरहित
अग्राह्य गोमेद लक्षण:-
- लघु
- खुरदरा
- कान्तिहीन
- चपटा
- प्रभा हीन
- पीत वर्ण के आभा वाला
शोधन :-
दोला यन्त्र ➡ निम्बू स्वरस या गोरेचन युक्त जल में ➡ 3 घण्टे तक स्वेदन ➡ गोमेद (Gomed) शुद्ध।
मारण :-
शुद्ध गोमेद ➡ सूक्ष्म चूर्ण कर ➡ समान भाग शुद्ध गन्धक + शुद्ध हरताल + शुद्ध मनः शिला ➡ खल्व में डालकर ➡ भावना – लकुच स्वरस से मर्दित करें ➡ टिकिया बनाकर शराव सम्पुट कर ➡ गजपुट पाक ➡ 8 बार पुट देने पर गोमेद की कत्थई रंग की भस्म हो जाती है।
गोमेद पिष्टि :-
शुद्ध गोमेद ➡ सूक्ष्म चूर्ण करके ➡ सिमाक पत्थर के खल्व ➡ गुलाब जल के साथ 3 दिन तक मर्दन ➡ गोमेद पिष्टि हो जाती है।
भस्म और पिष्टि के गुण :-
- रस – अम्ल
- वीर्य – उष्ण
- वात विकार नाशक
- दीपन, पाचन
- कफ-पित्तनाशक
- पाण्डुनाशक
- रुचिकर, बुद्धिवर्धक।
भस्म या पिष्टि की मात्रा :-
1/4 – 1 रत्ती।
अनुपान :-
मधु
प्रमुख योग :-
- रत्नभागोत्तर रस
- नवरत्नराजमृगाङक रस
2 replies on “Gomed ( गोमेद ) : Zircon, Cinnamon Stone – Ratn Vargha”
Awesome 👌👌👌👌
Thank you 🥰🥰