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Rog Nidan

Ajeerna Nidana ( अजीर्ण निदान ) : भेद, लक्षण, चिकित्सा

निदान :- अधिक जल पी लेना विषम भोजन करना संयोग विरूद्ध भोजन करना अधारणीय वेगाे को धारण करना निद्रा सही से न लेना दिन में सोना व रात्रि में जागना इर्षा, भय, क्रोध, लोभ, रोग, दीनता से पीड़ित भेद :- दोष भेद आचार्य माधव निदान आम अजीर्ण कफ सुश्रुत + विदग्धाजीर्ण पित्त सुश्रुत + विष्टब्धाजीर्ण […]

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Ras Shastra

Gomed ( गोमेद ) : Zircon, Cinnamon Stone – Ratn Vargha

Name :- संस्कृत गोमेदम् हिन्दी गोमेद English Cinnamon stone, Zircon Hardness= 7.5 Relative Density= 4.65 – 4.71 Chemical Formula= ZrSi O4 पर्याय :- गोमेदक गोमेद राहुरत्न तमोमणि पिङ्गस्फ्टिक परिचय:- गाय का मेद जैसा और गोमूत्र के जैसा रंग होने के कारण इसका नाम – गोमेद (Gomed) पार दर्शक, मधु जैसा वर्ण स्निग्ध, पीतरक्त वर्ण। राहु […]

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Rog Nidan

Aamvaat Nidan ( आमवात निदान ) : लक्षण, भेद

According to Modern, Aamvaat can be co- related with Rheumatism/ Rheumatoid Arthritis. So, Today we will cover Causes and Diagnosis of Aamvaat with clinical features according to Ayurveda. निदान :- दूध – मछली को एक साथ खाना। भोजन के बाद व्यायाम करना। व्यायाम न करना और कफ वर्धक आहार का निरंतर सेवन करना। उपर्युक्त निदानों […]

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Rog Nidan

Udavart Rog Nidan ( उदावर्त रोग निदान ) : भेद, लक्षण

निरुक्ती :- अधारणीय वातदोष के वेगों को धारण करने (रोकने) से जो उसका मार्ग-परिवर्तन हो गया है अर्थात् जो प्रतिकूल मार्ग की ओर प्रवृत्त हो गया है, उसी को उदावर्त (Udavart) कहते हैं। निदान :- अपान वायु, मल, मूत्र, उबासी, आंसू, छीक, डकार, वमन, इन्द्रिय, शुक्र, भूख, प्यास, श्वास, उच्छवास क्रिया, निद्रा आदि वेगों को […]

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Rog Nidan

Anaha Rog Nidan ( आनाह रोग निदान ) : भेद, लक्षण

आमरस अथवा आम धीरे-धीरे इकट्ठा होकर प्रकृति वात दोष द्वारा बांधकर, जब स्वाभाविक रूप से नहीं निकल पाता है। तो उस विकार को आनाह (Anaha) कहते हैं। भेद :- भेद लक्षण आमज बार बार प्यास लगना, जुखाम होना, सिर में जलन, आमाशय में शूल, शरीर में भारीपन, हृदय की गति शीलता में रुकावट, बार-बार डकार […]

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Rog Nidan

Gulm Rog Nidan ( गुल्म रोग निदान ) : भेद, लक्षण

According to the National Cancer Registry Programme of the India Council of Medical Research (ICMR), more than 1300 Indians die every day due to cancer (tumours). Today we will let you know about Gulm rog- it’s causes, types and Diagnosis according to Ayurveda. हृदय व नाभि के बीच में इधर – उधर हिलने डुलने वाली स्थिर, आकर में गोल, घटने […]

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Rog Nidan

Hridya Rog Nidan ( हृदय रोग निदान ) : भेद और उनके लक्षण

In India, According to 2016’s Survey, the estimated prevalence of CVDs was estimated to be 54.5 million. One in 4 deaths in India are now because of CVDs with ischemic heart disease and stroke responsible for >80% of this burden. Today in this post, we will let you know about causes, diagnosis of cardiovascular disease (Hridya […]

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Rog Nidan

Shool Nidan ( शूल निदान)

उत्पत्ति :- आचार्य हारित के अनुसार जब भगवान शिवजी ने कामदेव पर क्रोधित होकर उसका विनाश करने के लिए उस पर शूल (Shool) भेजा, फिर कामदेव ने अपनी तरफ़ आते हुए शूल को देख कर भय से व्याकुल होकर भगवान विष्णु के शरीर में प्रवेश कर लिया, फिर विष्णु की हुकार से मूर्छित होकर शूल […]

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Rog Nidan

Mutrakricha Nidana ( मूत्रकृच्छ्र निदान ) : भेद, लक्षण

According to Allopathy Mutrakricha is known as Dysuria and is defined as a Symptom of pain, discomfort, or burning when urinating. Today we will cover Ayurvedic aspect regarding Dysuria (Mutrakricha Nidana). निदान :- अधिक व्यायाम करना तीक्ष्ण औषधि का सेवन अधिक मद्यपान करना रुक्ष आहार का सेवन आनुप देश प्राणियों का मांस खाना अध्यशन अजीर्ण […]

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Shalay Tantra Sushrut Samhita

Pranasht Shalya / प्रनष्ट शल्य : According to Acharya Sushruta

जो बाहरी वस्तु शरीर के धातु में प्रवेश कर कहीं खो जाए या दिखाई ना दे, उसे ढूंढने के उपाय को प्रनष्ट शल्य (Pranasht Shalya) कहते हैं। शल्य क्या है ? “सर्व शरीर बांधकरं शल्यं।” (सु. सू. 26/5) अर्थात् सारे शरीर में जो पीड़ा पहुंचाए, उसे शल्य कहते हैं। जैसे- यदि भोजन भी जरूरत से […]