Name :- संस्कृत काँच हिन्दी काँच English Glass Hardness – 6 Relative Density – 2.2 Chemical Formula – SiO2 परिचय :- 98 % सिलिका उच्च तापमान पर द्रवित हो जाता है। शीतल होने पर ठोस हो जाता। प्राप्ति स्थान :- लीबिया के मरुस्थल में शोधन :- काँच (Kaanch) के टुकड़े कर के ➡ नींबू स्वरस […]
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Name :- संस्कृत माणिक्यम् हिन्दी माणिक्य English Ruby Chemical Formula Al2 O3 Hardness (काठिन्य)= 9 Relative density (आपेक्षिक घनत्व)= 4 पर्याय :- माणिक्य रंगमाणिक्य रविरत्न रविप्रिय लोहित शोण रत्न कुरुविन्द परिचय :- गुलाबी या रक्त वर्ण का चमकदार (lustrous) पारदर्शक (transparent) कठोर पाषाण द्रव्य। प्राप्ति स्थान :- Sri Lanka, USA, Australia, Thailand, Kashmir, Karnataka. Types […]
Phal vargha ( फलवर्गः )
तष्णादाहज्वरश्वासरक्तपित्तक्षतक्षयान्। वातपित्तमुदावर्त स्वरभेदं मदात्ययम् ।। १२५ ।।तिक्तास्यतामास्यशोषं कासं चाशु व्यपोहति। मट्टीका वाणी वृष्या मधुरा स्निग्ध शीतला || फल रस/गुण/कर्म 1.मुनक्का प्यास, दाह, ज्वर, श्वास, रक्तपित्त, उर क्षत, राजयक्ष्मा, वातविकार, पित्तविकार, दावत, स्वरभेद, मदात्यय, मुख का तीता होना, मुख का सूखना और खाँसी को शीघ्र दूर करता है।बबण, वीर्यवर्धक, रस में मधुर, स्निग्ध और शीतवीर्य होता […]
Tail Vargha ( तैल वर्ग )
तैल वर्ग आयुर्वेद में अन्य द्रव्यों की तरह तैलप्रधान वानस्पति के द्रव्यों के तैल का भी विशेष उपयोग बताया गया है। व्याधिनाशक अनेक प्रकार के सिद्ध तैल तैयार किये जाते है तथा दैनिक जीवन में आहार उपयोगी तेल का आहार मे प्रयोग भी किया जाता है। प्रयोग में लाये जानेवाले तेल के ज्ञान की आवश्यकता […]
इक्षु के भेद ट्रीक :- पर्याय :- इक्षु, असिपत्र, गुढमल, मधचतृण, भूरिरस, दी्घच्छदगुण :- रस मधुर, मधुर विपाक, स्निग्ध,गुरु, शीत वीर्य, रक्तपित्त शामक, बलकारक, वृष्य, कफकारक, मूत्रकारक भेद :- 13 पांडव वंश के भीम ने शत वर्ष पहले नेपाल के नील कौशिक और मनोगुप्त के दीर्घ सूची पत्र में लिखे कांड को कंतार में टपका […]
प्रस्तुत वर्ग का भावप्रकाश के आधार पर वर्णन किय है।जीवन को निरोग रखने के लिये जिसने पौष्टिक पदार्थ को और उनमें दूध भी प्रधान रूप से आवश्यक अंग है। गुण ●गुण दुग्ध मधुर सनी, वात तथा पित्तनाशक दस्तावरशौध जपन्न करनेवाला शीतल. सर्व प्राणियों के अनुकूल जी रूप पुरा खलनायक बुद्धि को उत्पन्न करने वाला, अत्यंत […]
मांस वर्ग (Mass Vargha) मांस एक पौष्टिक खाद्य पदार्थ है। इसका अधिकांश भाग शरीर में शोषित हो जाता है। अत बलदायक व वीर्यवर्द्धक होता है। कुछ ऐसे प्राणी भी होते है ,जिनके किसी विशेष स्थान का मांस मक्षण के लिये उत्तम माना जाता है, जैसे जांगलवर्ग में जघाल पशु। दूध के अतिरिक्त पौष्टिक खाद्य द्रव्यों […]