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Ras Shastra Syllabus

Sudha ( सुधा ) : चूना, Lime – Uses, Qualities

सुधा वर्ग (Sudha Varga) में उन द्रव्यों को रखा गया है – जिन द्रव्यों में चूने (calcium)की मात्रा अधिक हो :- सुधा : Lime कपर्द : Cowries शुक्ति : Oyster shell शंख : Couch shell मृगश्रृंङ्ग : Hart’s horn / Stag horn खटिका : Chalk गोदन्ती : Gypsum समुद्रफेन : Cuttle Fish bone कुक्कुटाण्डत्वक् : […]

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Astang Hridya Charak Samhita Panchkarma Sushrut Samhita

Virechan karma ( विरेचन कर्म ) : Complete Procedure

शब्द उत्पत्ति – वि + रिच् + णिच् + ल्युट् । ‘विरेचन’ (Virechan) का अर्थ है – मलादि को निष्कासित करना। आचार्य चरकानुसार :- तत्र दोषहरणमूर्च्व भागं वमन संज्ञकम, अधोभाग विरेचन संज्ञक; उभयं वा शरीरमलविरेचनाद्विरेचन संज्ञा लभते।। (च॰ क॰ अ॰ १/४) What is Virechan ? अधोमाग (गुदा) से दोष-हरण की क्रिया को विरेचन (Virechan) संज्ञा […]

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Palanka (पालङ्क), Rudhir (रुधिर), Puttika (पुत्तिका) : Uses, Qualities

पालङ्क :- कृष्णवर्ण का होता है। श्वेत रेखा युक्त पाषाण स्निग्ध, और मृदु 3 प्रकार का- कृष्ण वर्ण पीताभकृष्ण वर्ण धूम्रवर्ण पालङ्क (Palanka) धारण करने पर यश मिलता है। रुधिर :- यह इन्द्रगोप सदृश रक्तवर्ण का । अंदर का भाग चाँद जैसा श्वेतवर्ण और शेष चारों तरफ इन्द्रनील जैसे वर्ण का। मूर्तियाँ बनाने के लिए […]

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Kriya Sharir Stree evam Prastuti Tantra

Menstrual Cycle : The 28 Day Cycle – An overview

Menstruation is the visible manifestation of Cyclic physiologic uterine bleeding due to shedding of the endometrium following invisible interplay of hormones mainly through hypothalamo-pituitary-ovarian axis. The first Menstruation (Menarche) occurs between 11-15 years and it ceases between the ages 45-50 when Menopause sets in. The Menstrual Cycle is divided in four phases– Menstruation / Menstrual […]

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Ras Shastra

Kaanch ( काँच ) : Glass – Shodhan, Bhasma

Name :- संस्कृत काँच हिन्दी काँच English Glass Hardness – 6 Relative Density – 2.2 Chemical Formula – SiO2 परिचय :- 98 % सिलिका उच्च तापमान पर द्रवित हो जाता है। शीतल होने पर ठोस हो जाता। प्राप्ति स्थान :- लीबिया के मरुस्थल में शोधन :- काँच (Kaanch) के टुकड़े कर के ➡ नींबू स्वरस […]

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Trinkant ( तृणकान्त ) : Amber – Uses, Qualities

Name :- संस्कृत तृणकान्तमणिःः हिन्दी तृणकान्त Latin Succinum English Amber Hardness – 2.5 Relative Density – 1.1 Chemical Formula – C40H64O4 पर्याय :- तृणग्रह तृणकान्त तृणकान्तमणि परिचय :- Fossil resin श्वेत पाण्डु, पीताभ रक्तवर्ण में मिलता है। इसका नाम तृण कान्त (Trinkant) इसलिए पड़ा क्यूँकि जब इस के टुकड़ों को ऊनी, रेशमी और सूती कपड़े […]

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Sphatik ( स्फटिक ) : Rock Crystal, Quartz – Qualities, Benefits

Names :- संस्कृत स्फटिकः हिन्दी स्फटिक English Rock crystal Hardness= 7 Relative Density= 2.65 Chemical Formula= SiO2 पर्याय :- शिवरत्न स्फटिक निर्मलोपल सितोपल स्वच्छ स्वच्छमणि अम्लरत्न शिवप्रिय शालीपिष्ट परिचय :- स्फटिक (Sphatik) पारदर्शक, बिना किसी रंग के, स्वच्छ, श्वेतवर्ण का पाषाण। माला, बर्तन शिवलिङ्ग, मूर्ति आदि बनाये जाते हैं। शुद्ध स्फटिक (Sphatik) रंगहीन, निर्मल होता […]

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Ras Shastra

Pairojak ( पैरोजक ) : Turquoise Gemstone – Types, Uses

Name :- संस्कृत पैरोजकः हिन्दी पिरोजा English Turquoise Hardness= 5-6 Relative Density= 2.61- 2.89 Chemical Formula= (CuOH){(Al(OH)2}6 H5(PO4)}4 पर्याय :- पैरोज पैरोजक हरिन्मणि विषारार्ति हरिताश्म परिचय :- पैरोजक नीलवर्ण का अपारदर्शक पाषाण खनिज है। धूप और गर्मी में इसका रंग विकृत हो जाता है। HCl Acid में घुलनशील होता है। केतु ग्रह को प्रसन्न करता […]

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Swasthavrit Yoga

Chakrasana or Wheel Pose : Steps, Benefits

स्थिति– उत्तरी तानासन। विधि / Steps :- उत्तान तानासन दोनों घुटनों को मोड़ना चाहिए। एड़िया नितम्बों से लगी रहनी चाहिए। दोनों हाथों को उल्टा करके, दोनों कन्धौ के पास स्थिर करें। हाथ और पैरों के सहारे से कमर और छाती को ऊपर उठायें। धीरे-धीरे कमर को और अधिक ऊपर उठायें। पूरे शरीर का भार हाथ […]

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Swasthavrit Yoga

Halasana or Plough pose : Steps, Benefits

हल के समान शरीर की आकृति बनाने से इसे, हलासन (Halasana) कहते है। *स्थिति : ताड़ासन ( उत्तान नानासन) विधि /Steps :- सर्वांगासन की भाँति पैरों को क्रमश: 30°,60°,90° तक उठाना चाहिए। इस स्थिति को हलासन (Halasana) कहते हैं। हाथो से भूमि को दबाते हुये और पीठ को भूमि पर टिकाकर धीरे धीरे पैरों को […]