Names :- संस्कृत स्फटिकः हिन्दी स्फटिक English Rock crystal Hardness= 7 Relative Density= 2.65 Chemical Formula= SiO2 पर्याय :- शिवरत्न स्फटिक निर्मलोपल सितोपल स्वच्छ स्वच्छमणि अम्लरत्न शिवप्रिय शालीपिष्ट परिचय :- स्फटिक (Sphatik) पारदर्शक, बिना किसी रंग के, स्वच्छ, श्वेतवर्ण का पाषाण। माला, बर्तन शिवलिङ्ग, मूर्ति आदि बनाये जाते हैं। शुद्ध स्फटिक (Sphatik) रंगहीन, निर्मल होता […]
Category: Ras Shastra
Name :- संस्कृत पैरोजकः हिन्दी पिरोजा English Turquoise Hardness= 5-6 Relative Density= 2.61- 2.89 Chemical Formula= (CuOH){(Al(OH)2}6 H5(PO4)}4 पर्याय :- पैरोज पैरोजक हरिन्मणि विषारार्ति हरिताश्म परिचय :- पैरोजक नीलवर्ण का अपारदर्शक पाषाण खनिज है। धूप और गर्मी में इसका रंग विकृत हो जाता है। HCl Acid में घुलनशील होता है। केतु ग्रह को प्रसन्न करता […]
प्रवालमुक्ताफलशंखशुक्ति कपर्दिकानां च समांशभागम् ।प्रवालमात्र द्विगुणं प्रयोज्यं सर्वैः समांशं रविद्ग्धमेय।।एकीकृतं तत्खलु भाण्डमध्ये क्षिप्त्या मुखे बन्धनमत्र योज्यम्। पुटं विदध्यादतिशीतले च उद्धृत्य तद्भस्म क्षिपेत्करण्डे।। नित्यं द्विवारं प्रतिपाकयुक्तं वल्लप्रमाणं हि नरेण सेव्यम्।आनाहगुल्मोदर प्लीहकासश्वासाग्निमान्द्यान्कफमारुत्तोत्थान्।।अजीर्णमुद्गार हृदामयध्नं ग्रहण्यतीसार विकारनाशनम्।मेहामयं मूत्ररोगं मूत्रकृच्छू तथाश्मरीम्।। नाशयेन्नात्र सन्देहः सत्यं गुरुवाचो यथा।पथ्याश्रितं भोजनमादरेण समाचरेन्निर्मलचित्तवृत्त्या।। प्रवालपञ्चामृतनामधेयो योगोत्तमः सर्वगदापहारी।। (भै. र. गुल्म 32/116-120) घटक द्रव्य :- प्रवाल भस्म […]
Name :- संस्कृत राजावर्तः हिन्दी राजावर्त English Lapis lazuli Hardness:- 5.5 Relative Density:- 2.38 – 2.45 Chemical Formula:- Na4 (S3Al) Al2(SiO4)3 पर्याय :- आवर्त नृपोपल आवर्तमणि नृपावर्त राजावर्त नीलाशम राजन्यावर्त परिचय :- गहरे नीलेवर्ण का चमकदार खनिज पाषाण है। Mineral is – Lasurite राजावर्त (Rajavart) असली है या नकली, इसके लिए पत्थर पर घिसने एवं […]
घटक द्रव्य :- मुक्ता पिष्टि – 1 भाग मुक्ताशुक्ति भस्म – 1 भाग शंख भस्म – 1 भाग गुडूची सत्त्व – 1 भाग प्रवाल पिष्टी – 1 भाग कपर्दिका भस्म – 1 भाग शुद्ध गैरिक – 1 भाग Trick to Learn :- प्रवीण कोड़ी के भाव में शंख खरीदकर, गेरुआ वस्त्र धारण कर मुक्ति के […]
पारदामृतलवङ्ग गन्धर्व भागयुग्ममरिचेन मिश्रितम्। जातिकाफलमथार्द्धभागिकं तिन्तिडीफलरसेन मर्दितम्।। मायमात्रमनुपानयोगतः सद्य एव जठराग्निदीपनः। सङ्ग्रह ग्रहण कुम्भकर्ण सामवातखरदूषणं जयेत् । वह्निमान्द्यदशवक्त्रनाशनो रामबाण इति विश्रुतो रसः।। (‘भै. र. अग्निमांद्य 10/90-92) घटक द्रव्य :- शुद्ध पारद – 1 भाग शद्ध वत्सनाभ -1 भाग शुद्ध गन्धक – 1 भाग जायफल – ½ भाग लवङ्ग – 1 भाग मरिच – 2 भाग […]
रसभस्म त्रयो भागा भागकं हेमभस्मकम्। मित्रस्य भाग शिला गन्धक तालकम्।।प्रतिभागद्वयं शुद्धमेकीकृत्य विचूर्णयेत्। वराटिका तेन पिया चाजाक्षीरेण टंकणम्।। पिष्ट्वा तेन मुखं रुद्ध्वा मृद्भाण्डे तां निरोधयेत्।शुष्कं गजपुटे पाच्यं चूर्णयेत् स्वांग शीतलम्।। दशपिप्पलिकैः क्षौद्र्मरिचैर्वा घृतान्वितैः।गुञ्जा चतुष्ट्यशास्य क्षयरोग प्रशान्तये।। (र. सा. सं. यक्ष्मा चि. 2/3-6) घटक द्रव्य :- पारद भस्म – 3 भाग रजत भस्म – 1 भाग शुद्ध […]
Name :- संस्कृत चन्द्रकान्तः हिन्दी चन्द्रकान्त English Moon stone Hardenss= 6 Relative Density= 2.57 Chemical Formula= KAlSi3 O8 / NaAlSi2O8 पर्याय :- इंदुकान्त चन्द्रकान्त चन्द्रजोपल शीतात्मा शशिकान्त चन्द्रमणि चन्द्रोपल चन्द्रिकाद्रव चन्द्राशम परिचय :- नीलाभ श्वेत दूध जैसे वर्ण का रत्न पाषाण है। चन्द्रमा के प्रकाश में चन्द्रकान्त (Chandrakant) सुंदर, शीतल दिखाई देता है। पारदर्शक, स्निग्ध, […]
Name :- संस्कृत सूर्यकान्तः हिन्दी सूर्यकान्त English Sun stone Hardness= 5.5 – 6 Relative Density= 2.65 Chemical Formula= Na2O3 Al2O3, 6SiO2 + CaO, Al2O3, 2SiO2 पर्याय :- सूर्यकान्त सूर्यमणि सूर्योपल ज्वलनोपल रविकान्त तपन तपनमणि वसु अर्कोपल अग्निगर्भ परिचय :- चरक संहिता में (च.चि.9/13 ) उल्लेख मिलता है। यह श्वेतवर्ण का हल्का रक्तवर्ण लिए हुआ पाषाण […]
उपरत्न वर्ग के पाषाणों में – रत्न की अपेक्षा काठिन्य, चमक और पारदर्शकता कम होती है। इसलिए इन्हें उपरत्न (Upratn) कहा जाता है। मूल्य भी कम होता है। संख्या :- आनन्दकन्दकार 9 उपरत्न माने आयुर्वेदप्रकाश 15 बृहद् योगतरंगिणीकार 4 रसतरंगिणीकार 6 प्रचलित परम्परा अनुसार रसतरंगिणीकार का मत अधिक प्रचलित है- वैक्रान्त सूर्यकान्त चन्द्रकान्त राजावर्त पैरोजक […]