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Ras Shastra Tricks Yog ( Formulations )

Ramban Ras( रामबाण रस ) with Trick to Learn

पारदामृतलवङ्ग गन्धर्व भागयुग्ममरिचेन मिश्रितम्। जातिकाफलमथार्द्धभागिकं तिन्तिडीफलरसेन मर्दितम्।। मायमात्रमनुपानयोगतः सद्य एव जठराग्निदीपनः। सङ्ग्रह ग्रहण कुम्भकर्ण सामवातखरदूषणं जयेत् । वह्निमान्द्यदशवक्त्रनाशनो रामबाण इति विश्रुतो रसः।। (‘भै. र. अग्निमांद्य 10/90-92) घटक द्रव्य :- शुद्ध पारद – 1 भाग शद्ध वत्सनाभ -1 भाग शुद्ध गन्धक – 1 भाग जायफल – ½ भाग लवङ्ग – 1 भाग मरिच – 2 भाग […]

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Ras Shastra Tricks Yog ( Formulations )

Kasturi Bhairav Ras ( कस्तूरी भैरव रस ) with Trick to Learn

हिंगुल विषं टंकं जातीकोषफले तथा।मिरिचं पिप्पली चैव कस्तूरी च समांशिका।।रक्तिद्वयं ततः खादेत् सन्निपाते सुदारुणे॥ (र. सा. सं. ज्वराधिकार-177) घटक द्रव्य :- शुद्ध हिंगुल – 1 भाग शुद्ध टंकण – 1 भाग जायफल – 1 भाग पिप्पली – 1 भाग शुद्ध वत्सनाभ – 1 भाग जावित्री – 1 भाग मरिच – 1 भाग कस्तूरी – 1 […]

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Bhaishajya kalpana Syllabus

Difference between Aushadh and Bhaisaj(औषध एवं भैषज)

●औषध एवं भैषज्य दोनों का प्रयोजन रोग को दूर करना है। इसलिए औषध एवं भेषज पर्यायवाची है। ●आचार्य चरक ने भेषज एवं औषध को पर्याय माना है। अर्थात 1.चिकित्सित 2. व्याधिहर 3.पथ्य 4. साधन 5. औषध। 6.प्रायश्चित 7. प्रशमन 8. प्रकृतिस्थापन और 9. हित ये 9 पर्याय भेषज के हैं। ■परन्तु आचार्य काश्यप ने औषध […]