चन्द्रप्रभा गुटिका (Chandraprabha Gutika) को चन्द्रप्रभा वटी भी कहा जाता है। इसके नाम से ही इसकी उपयोगिता का पता चलता है। ‘चन्द्र‘ यानी चंद्रमा, ‘प्रभा‘ यानी उसकी चमक, अर्थात् चंद्रप्रभा वटी के सेवन से शरीर में चंद्रमा जैसी कांति या चमक और बल पैदा होता है। इसलिए शारीरिक कमजोरी पैदा करने वाली लगभग बीमारियों में अन्य दवाओं के साथ चंद्रप्रभा गुटिका भी दी ही जाती है।
चन्द्रप्रभा वचा मुस्तं भूनिम्बामृतदारुकम्। हरिद्रातिविषा दार्वी पिप्पलीमूलचित्रकौ।। धान्यकं त्रिफला चव्यं विडङ्गं गजपिप्पली। व्योषं माक्षिकधातुश्च द्वौक्षारौ लवणत्रयम्।। एतानि शाणमात्राणि प्रत्येकं कारयेद्बुधः। त्रिवृद्दन्ती पत्रकं च त्वगेला वंशरोचना।। प्रत्येकं कर्षमात्राणि च कुर्यादेतानि बुद्धिमान्। द्विकर्ष हतलोहं स्याच्चतुष्कर्षा सिता भवेत्।। शिलाजत्वष्टकर्षं स्यादप्टौ कर्षास्तु गुम्गुलो:। एभिरेकत्र संक्षुण्णैः कर्त्तव्या गुटिका शुभा।।(शा. सं. म. ख. 7/40-44)
घटक द्रव्य /Ingredients of Chandraprabha Gutika:-
- चन्द्रप्रभा / कर्पूर (Cinnamomum camphora) – 3 gram
- वचा (Acorus calamus) – 3 gram
- मुस्ता (Cyperus rotundus) – 3 gram
- चिरायता / भूनिम्ब (Andrographis paniculata) – 3 gram
- गुडूची (Tinospora cordifolia) – 3 gram
- देवदारु (Cedrus deodara) – 3 gram
- हरिद्रा (Curcuma longa) – 3 gram
- अतिविषा (Aconitum heterophyllum) – 3 gram
- दारुहरिद्रा / दार्वी (Berberis aristata) – 3 gram
- पिप्पलीमूल (Piper longum); root – 3 gram
- चित्रक (Plumbago zeylanica) – 3 gram
- धान्यक (Coriandrum sativum) – 3 gram
- हरीतकी (Terminalia bellerica) – 3 gram
- बिभीतकी (Terminalia chebula) – 3 gram
- आमलकी (Emblica officinalis) – 3 gram
- चव्य (Piper chaba)- 3 gram
- विडंग (Embelia ribes) – 3 gram
- गजपिप्पली (Piper chaba); fruit – 3 gram
- शुण्ठी (Zingiber officinalis) – 3 gram
- मरिच (Piper nigrum) – 3 gram
- पिप्पली (Piper longum) – 3 gram
- स्वर्णमाक्षिक भस्म (Copper pyrite) – 3 gram
- यवक्षार (Pottasium carbonate) – 3 gram
- सर्जिक्षार (Sodium carbonate) – 3 gram
- सैंधव लवण (Rock salt) – 3 gram
- सौवर्चल लवण (Sodium sulphate) – 3 gram
- विडलवण (Black Salt) – 3 gram
- त्रिवृत् (Operculina turpethum) – 12 gram
- दन्ती (Baliospermum montanum) – 12 gram
- तेजपत्र (Cinnamomum tamala) – 12 gram
- त्वक् / दालचीनी (Cinnamomum zeylanicum) – 12 gram
- सूक्ष्मैला / इलायची (Elettaria cardamomum) – 12 gram
- वंशलोचन (Bambusa arundinaceae) – 12 gram
- लौह भस्म (Ferric ash) – 24 gram
- शर्करा (Sugar) – 48 gram
- शिलाजतु (Asphaltum) – 96 gram
- शुद्ध गुग्गुल (Commiphora mukul) – 96 gram
निर्माण विधि/ Method of preparation:-
- सर्वप्रथम वानस्पतिक द्रव्यों का सूक्ष्म चूर्ण करें,
- फिर शुद्ध गुग्गलु को घी के साथ कूटकर नरम करें।
- अब शिलाजीत, क्षार, लवण एवं भस्मों को एकत्र खल्व में डालकर सूक्ष्म पीसकर
- 2-2 रत्ती की चन्द्रप्रभा गुटिका (Chandraprabha Gutika) की गोली बनाकर सुखायें।
मात्रा/ Dosage:-
250 – 500 mg (मि. ग्राम)
अनुपान:-
जल, क्षीर, तिल चूर्ण मुख्य